2011-05-02 17:01:00

स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश


श्रोताओ संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 1 मई को संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग समारोह में पोप जोन पौल द्वितीय को धन्य घोषित कर वेदी का सम्मान प्रदान किया। उन्होंने इस समारोही ख्रीस्तयाग के अंत में स्वर्ग की रानी आन्नद मना प्रार्थना का पाठ करने तथा तीर्थयात्रियों को समारोही आशीर्वाद प्रदान करने से पूर्व विश्वासियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया।

संत पापा ने फ्रेंच भाषी तीर्थयात्रियों को सम्बोधित करते हुए कहा- धन्य घोषणा समारोह में शामिल होने के लिए रोम आये फ्रेंच भाषी देशों के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडलों, सैन्य और नागरिक अधिकारियों तथा कार्डिनलों, धर्माध्यक्षों, परोहितों और तीर्थयात्रियों का मैं सहर्ष स्वागत करता हूँ। प्रिय मित्रो, धन्य जोन पौल द्वितीय का जीवन और काम नवीकृत समर्पण का स्रोत है कि सब लोगों की सेवा करें। मैं उनसे याचना करता हूँ कि सबसे अधिक कमजोर लोगों के प्रति विशेष ध्यान देते हुए ईश्वर के प्रतिरूप में बनाये गये हर व्यक्ति की प्रतिष्ठा तथा प्रेम की सभ्यता के निर्माण के लिए हर व्यक्ति के प्रयास को वे आशीष दें। आप उनके साथ अपने देश और देश के संतों के पदचिह्नों पर चलें। माता मरिया आपके साथ हों

संत पापा ने अंग्रेजी भाषियों को सम्बोधित करते हुए कहा- आज के ख्रीस्तयाग में शामिल हो रहे सब अंग्रेजी भाषी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का मैं अभिवादन करता हूँ। मैं विश्व के विभिन्न देंशों से आय़े विशिष्ट नागरिक अधिकारियों और प्रतिनिधियों का समागत करता हूँ जो धन्य जोन पौल द्वितीय के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए यहाँ हमारे साथ आये हैं। ख्रीस्त में उनका दृढ़ विश्वास का उदाहरण हमें नया जीवन जिसका समारोह हम पास्का में मनाते हैं इसको पूरी तरह जीने के लिए प्रेरणा प्रदान करे, दिव्य करूणा के आइकन बन सकें तथा ऐसे विश्व की रचना करने के लिए काम कर सकें जहाँ हर नर, नारी और बच्चे की मर्यादा और अधिकार का सम्मान और प्रसार किया जाता है। उनकी प्रार्थना पर भरोसा रखते हुए मैं आप और आपके परिजनों पर पुर्नजीवित ख्रीस्त की शांति की कामना करता हूँ।




संत पापा ने जर्मन भाषी सरकारी प्रतिनिधिमंडलों, प्रशासनिक अधिकारियों, धार्मिक नेताओं, भाईयो और बहनों का स्वागत करते हुए कहा-

स्वर्गीय संत पापा जोन पौल द्वितीय अब भी हमारी आंखों के सामने जीवित हैं जैसा कि उन्होंने सुसमाचार की ताजगी को घोषित किया तथा अपने काम में ईश्वर की दया और ख्रीस्त के प्रेम को प्रकट किया। हम इस नये धन्य से याचना करें ताकि हम भी संसार में ख्रीस्त की उपस्थिति के सानन्द साक्षी बनें। पुर्नजीवित ख्रीस्त की शाँति आपके साथ हो।

स्पानी भाषी तीर्थयात्रियों, कार्डिनलों, धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, गुरूकुल छात्रों, विश्वासियों, तथा स्पेन और लातिनी अमरीका से आये नागरिक अधिकारियों और आधिकारिक प्रतिनिधिमंडलों का सस्नेह अभिवादन करते हुए संत पापा ने कहा- नये धन्य ने अथक आपके क्षेत्रों का दौरा किया जिसकी विशेषता थी ईश्वर पर भरोसा, मरिया का प्रेम तथा संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के प्रति स्नेह। उन्होंने हर प्रेरितिक यात्रा के समय आपके ईमानदार और स्नेहपूर्ण सम्मान को पाया। मैं आपको कलीसिया तथा ख्रीस्त के प्रति प्रेम और निष्ठा के उदाहरण का अनुसरण करने के लिए आमंत्रित करता हूँ। आपके निवेदनों को सुनते हुए वे आसमान से आपका साथ दें। शांति, सहयोग और सहृदयता बनाये रखने के लिए मदद करें जो आपके नागरिकों की प्रगति के लिए जरूरी है। ईश्वर आपको आशीष दें।


पुर्तगाल भाषी तीर्थयात्रियों और आधिकारियों के प्रति हार्दिक अभिवादन व्यक्त करते हुए संत पापा ने कहा--- मेरी कामना है कि इस नये धन्य की मध्यस्थता से आपको बहुत मात्रा में ईश्वरीय वरदान मिलें उनका साक्ष्य आपके दिल में प्रतिध्वनित हो और होंठ बारम्बार उच्चारित करें जिसे उन्होंने अपने परमाध्यक्षीय काल के शुरू में कहा था- डरो नहीं, द्वार को खोलो, ख्रीस्त के लिए दरवाजे को जोर से खोलो। ईश्वर आपको आशीष दें।

पोलिश भाषी तीर्थयात्रियों और भक्तों को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने कहा-
व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर या मीडिया के माध्यम से इस धन्य घोषणा समारोह में भाग ले रहे पोलैंडवासियों का मैं हार्दिक अभिवादन करता हूँ। मैं कार्डिनलों, धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, समर्पित लोगों तथा सब विश्वासियों का अभिवादन करता हूँ। मैं राष्ट्रपति के नेतृत्व में आये सब नागरिक और क्षेत्रीय अधिकारियों का अभिवादन करता हूँ। मैं आप सबको को आपके देशवासी धन्य पोप जोन पौल द्वितीय की मध्यस्थता के सिपुर्द करता हूँ। मैं आपकी मातृभूमि के सबलोगों के लिए शांति, एकता और हर प्रकार की समृद्धि की कामना करता हूँ।

अंत में संत पापा ने इताली भाषा में कहा- इटली के राष्ट्रपति तथा उनके साथ आये प्रतिनिधिमंडल का मैं हार्दिक अभिवादन करता हूँ तथा इन दिनों के समारोहों के आयोजन के लिए इताली अधिकारियों से मिले सहयोग की सराहना करते हुए उन्हें विशेष रूप से धन्यवाद देता हूँ। और फिर मैं कैसे उनका नाम नहीं ले सकता हूँ जिन्होंने इस समारोह के लिए महान उदारता के साथ बहुत लम्बे समय से तैयारी की- मेरा रोम धर्मप्रांत और कार्डिनल वालिनी, रोम नगरपालिका और इसके नगराध्यक्ष, सुरक्षा उपलब्ध कराने वाले सब दल, विभिन्न संगठन, एसोसियेशन्स, असंख्य कार्यकर्त्ता तथा जिन्होंने भी अपनी सहायता देने के लिए स्वयं को अर्पित किया। कृतज्ञता से भरे मेरे विचार वाटिकन की संस्थाओं और विभागों के प्रति भी है। इन सब प्रयासों में मैं जोन पौल द्वितीय के लिए महान प्रेम के चिह्न को देखता हूँ।

अंततः मैं संत पीटर्स स्कवायर और इसके निकटवर्ती सड़कों तथा रोम शहर के विभिन्न भागों में जमा हुए सब तीर्थयात्रियों तथा रेडियो और टेलिविजन के माध्यम से जुड़े सबलोगों, इसके निदेशकों और आपरेटरों का सस्नेह अभिवादन करता हूँ जिन्होंने सबसे दूर स्थित लोगों को भी इस समारोह में भाग लेने के लिए सफल बनाने के लिए अपना सबकुछ लगा दिया है। बीमार और बुजुर्ग लोगों जिनके प्रति नव धन्य घोषित जोन पौल द्वितीय विशेष रूप से समीपता महसूस करते थे मैं विशेष अभिवादन करता हूँ। और अब जोन पौल द्वितीय के साथ आध्यात्मिक रूप से संयुक्त होकर हम पवित्रतम माता मरियम को ओर मुखातिब होते हैं। सम्पूर्ण ईशप्रजा की यात्रा को कलीसिया की माता के सिपुर्द करते हैं।

इतना कहने के बाद संत पापा ने स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।








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