2011-04-30 13:58:14

धन्य घोषणा समारोह के लिये रोम में तीर्थयात्रियों का तांता


वाटिकन सिटी, 30 अप्रैल, 2011 (ज़ेनित) रोम के संत पेत्रुस महागिरजाघर के ऐतिहासिक प्राँगण में रविवार 1 मई को संत पापा जोन पौल द्वितीय की धन्य घोषणा समारोह के के सिलसिले में बड़ी संख्या देश-विदेश के तीर्थयात्री रोम पहुँच चुके हैं।
वाटिकन प्रेस कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों की जानकारी दी है।
कार्यक्रम के अनुसार शनिवार 30 अप्रैल की संध्या ‘चिरकुस मक्सीमुस’ में एक सान्ध्य प्रार्थना का आयोजन किया गया है जिसकी अध्यक्षता रोम के लिये नियुक्त पोप के वीकर कार्डिनल अगोस्तीनो वल्लीनी करेंगे। इस कार्यक्रम के आयोजन की ज़िम्मेदारी रोम धर्मप्रांत को दी गयी है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए रोम विकारिएट के धर्मविधि समारोह के लिये बने कार्यालय के अध्यक्ष मोनसिन्योर मारको फ्रिसीना ने बताया कि सान्ध्य प्रार्थना के समय रोम धर्मप्रांत और सान्ता चिचिलिया कोनसेरभातोरे के गायक दल संगीत प्रस्तुत करेंगे।
इस अवसर पर रोम का फिलीपीनो समुदाय और गौदियुम पोलोनिअय गायक दल के सदस्य भी परंपरगत दो संगीत प्रस्तुत करेंगे।
इस अवसर पर संत पापा जोन पौल के जीवन काल के छोटी फिल्मों का भी प्रदर्शन किया जायेगा। मोनसिन्योर फ्रिसीना के अनुसार " संत पापा के जीवन के कुछ विशेष पलों की झलक के द्वारा लोग संत पापा की याद ताज़ा कर पायेंगे जिसके जीवन में दुःखों का एक विशेष स्थान था।"
इस कार्यक्रम में कई मह्त्वपूर्ण व्यक्ति संत पापा जोन पौल के जीवन के बारे में अपने अनुभव बतायेंगे। जिन लोगों को इसके लिये चुना गया है उनमें कराकोव के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल स्तानिसलाव डिजीविस्ज प्रमुख हैं जो संत पापा जोन पौल के निजी सचिव थे और जोवाकिम नवारो वाल्स जो उनके प्रवक्ता थे ।
इस अवसर पर सिस्टर मरि सिमोन पियेरे भी संत पापा जोन पौल की मध्यस्थता द्वारा पारकिन्सन की बीमारी से चंगाई प्राप्त करने के अनुभव का साक्ष्य देंगी। विदित हो कि उनके साक्ष्य को ही धन्य घोषणा का आधार बनाया गया है।
सान्ध्य प्रार्थना के प्रथम भाग में ‘तोतुस तोउस’ गीत गाया जायेगा जिसकी रचना संत पापा जोन पौल के पौरोहित्य के पचास वर्षीय जुबिली के अवसर पर की गयी थी।
कार्यक्रम के द्वितीय भाग में कार्डिनल वाल्लीनी संत पापा जोन पौल द्वितीय के आध्यात्मिक और मेषपालीय व्यक्तित्व पर चिन्तन प्रस्तुत करेंगे। और रोजरी माला प्रार्थना के लुमिनस रहस्य की प्रार्थना की जायेगी जिसे संत पापा जोन पौल ने लोगों को सिखाया था।
इस समय विश्व के पाँच मरिया तीर्थस्थल कराकोव तनजानिया लेबानोल मेक्सिको और फातिमा में एक साथ प्रार्थनायें होंगी और इसका सीधा-प्रसारण किया जायेगा। रात्रि के समय रोम के 8 मुख्य महागिरजाघर खुल रहेंगे जो चिरको मक्सीमुस से संत पेत्रुस महागिरजाघर की ओर जाने के मार्ग में अवस्थित हैं।
फादर वाल्टर इनसेरो ने 30 अप्रैल की रात्रि को " श्वेत रात्रि " कहा है। विजिल कार्यक्रम रात्रि 11 बजकर 30 मिनट में समाप्त हो जायेगा पर भक्त अपनी प्रार्थनायें करना जारी रखेंगे।








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