2011-04-27 20:34:54

बुधवारीय - आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा का संदेश
27 अप्रैल, 2011


रोम, 23 अप्रैल, 2011 (सेदोक, वीआर) बुधवारीय आमदर्शन समारोह में संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित हज़ारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया।


उन्होंने अंग्रेजी भाषा में कहा- मेरे अति प्रिय भाइयो एवं बहनो, यह पास्का काल है और पूरी कलीसिया येसु का पुनरुत्थान का उत्सव मना रही है। येसु मसीह मृतकों में से जी उठे हैं।

संत पौल हमें प्रोत्साहन देते हुए कहते हैं कि " आप दुनिया के प्रति मरकर और अपने ह्रदय की उस येसु मसीह की ओर जो पिता की दाहिनी ओर बैठे हैं ऊपर उठाकर पुनरुत्थान अर्थात् नये जीवन का साक्ष्य दीजिये।"

प्रिय भाइयो एवं बहनों, हमने बपतिस्मा में प्रभु येसु को धारण किया है और इसके द्वारा हम प्रतिदिन प्रभुमय जीवन बिताने के लिये बुलाये गये हैं। हमें चाहिये कि हम प्रेम में आगे बढ़े जिससेएक-दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण एकता के सूत्र में बँध सकें ।

इस प्रकार येसुमय नवजीवन जीते हुए हममें न केवल आंतरिक परिवर्तन होगा पर इससे उन लोगों में भी बदलाव होगा जो हमारे साथ जीते हैं।

प्रेम हमें आध्यात्मिक स्वतंत्रता प्रदान करती है जो हर प्रकार के दीवारों को तोड़ कर एक नयी दुनिया बनाने में सहायक बनती है।

हम एक ऐसी दुनिया का निर्माण करें जहाँ सहयोग, सद्भाव और मानव की मर्यादा को सम्मान मिले। इस लिये पास्का ईश्वर का एक ऐसा अनुपम वरदान है जो हमारे विश्वास को नया करता है ताकि हम न्याय और मेल-मिलाप के लिये कार्य कर सकें।

पुनर्जीवित येसु के अनुयायी के रूप में यह हमारा मिशन है कि हम निराश लोगों में आशा उदास जनों में प्रसन्नता और मृत्यु के बदले जीवन के लिये कार्य करें। उन्हीं येसु मसीह के द्वारा, उन्हीं में और उन्हीं के साथ आइये हमें दुनिया की हर चीज़ को नया कर दें।

इतना कह कर उन्होंने अपना संदेश समाप्त किया।


उन्होंने पोन्तिफिकल आईरिश कॉलेज के नवअभिषिक्त डीकन और उनके परिवार के सदस्यों, स्वीडेन, फिलीपीन्स, थाईलैंड एवं अमेरिका के तीर्थयात्रियों और उपस्थित लोगों पर पुनर्जीवित येसु की कृपा पास्का का खुशी और शांति की कामना करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।









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