2011-04-13 12:26:41

वाटिकन सिटीः धर्माध्यक्षीय धर्मसभा परिषद ने कहा ख्रीस्तीय एकता उत्तरजीविता की कुँजी


वाटिकन सिटी, 13 अप्रैल सन् 2011 (सेदोक): विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के महासचिव महाधर्माध्यक्ष निकोला हेक्टरोविट्स ने कहा है कि मध्यपूर्व की कलीसिया की उत्तरजीविता के लिये ख्रीस्तीय एकता की ज़रूरत है, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार वह जैरूसालेम के प्रथम ख्रीस्तीयों के लिये रही थी।

महाधर्माध्यक्ष ने मध्य पूर्व पर धर्माध्यक्षीय धर्मसभा परिषद की विशिष्ट बैठक के दौरान यह विचार व्यक्त किया। बैठक वाटिकन में 30 तथा 31 मार्च को सम्पन्न हुई थी जिसके निष्कर्षों की प्रकाशना मंगलवार 12 अप्रैल को वाटिकन प्रेस द्वारा की गई।

मध्यपूर्व में विद्यमान सामाजिक-राजनैतिक परिस्थितियों की पृष्ठभूमि में महाधर्माध्यक्ष हेक्टेरोविट्स ने, ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की वर्तमान स्थिति पर, चिन्ता व्यक्त की और कहा कि केवल ख्रीस्तीयों की बीच एकता द्वारा ही मध्यपूर्व की कलीसिया जीवित रह सकती है।

वाटिकन द्वारा प्रकाशित विज्ञप्ति में कहा गया, "मध्यपूर्व में व्याप्त सामाजिक-राजनैतिक अभियानों की अस्थिर स्थिति के प्रति कलीसिया चिन्तित है जो नागरिकों के दुख सुख में भागीदार है।"

इस स्थिति में विभिन्न धर्मों के बीच सम्वाद पर बल दिया गया और कहा गया कि अन्य धर्मों एवं नागर सत्ताओं के वैध प्रतिनिधियों के साथ स्वतंत्र एवं फलप्रद वार्ता की नितान्त आवश्यकता है।







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