कर्नाटक, 13 अप्रैल सन् 2011 (कैथन्यूज़): मैंगलोर में सभी धर्मों के 37 दलों ने सार्वजनिक
रूप से कर्नाटक राज्य में ख्रीस्तीयों द्वारा संचालित बाल आश्रमों पर एक हिन्दु चरमपंथी
दल के आक्रमणों की कड़ी निन्दा की।
11 अप्रैल को मैंगलोर के ज़िलाधीश के कार्यालय
के समक्ष ख्रीस्तीय, हिन्दु, इस्लाम तथा अनेक अन्य धर्मों के चार हज़ार अनुयायियों ने
हिन्दु चरमपंथियों के आक्रमणों की कड़ी निन्दा की तथा सरकार से मांग की कि वह उग्रवादियों
एवं कट्टरपंथियों के हमलों को रोकने के लिये कठोर कदम उठाये।
प्राप्त समाचारों
के अनुसार अप्रैल माह के आरम्भ से कम से कम तीन बाल आश्रमों के बच्चों को परीक्षा के
उपरान्त उनके घर जाने से रोका गया। इनमें पेन्टेकॉस्टल चर्च द्वारा संचालित मरसी हॉल
तथा काथलिक कलीसिया द्वारा संचालित आश्रय धाम एवं स्टेला मारिस बाल आश्रम सम्मिलित हैं।
बताया जाता है कि परीक्षा के बाद जब बच्चे छुट्टियों के लिये अपने घरों को लौट रहे थे
तब बजरंग दल के कार्यकर्त्ताओं ने उन्हें रोका और उनसे धर्मान्तरण के बारे में पूछताछ
की। स्टेला मारिस आश्रम की सि. प्रेमलता के अनुसार हिन्दु चरमपंथियों ने बच्चों को डराया
तथा मार डालने एवं उनके गुर्दे निकालने की धमकी दी।