धार्मिक अल्पसंख्यकों द्वारा शाहबाज भटटी की हत्या की जाँच के लिए स्वतंत्र आयोग की स्थापना
करने का आग्रह
(इस्लामाबाद 23 मार्च फीदेस) पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों ने सरकार से आग्रह
किया कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शाहबाज भटटी की हत्या की जाँच के लिए स्वतंत्र
आयोग की स्थापना करें जिसका निर्देशन सुप्रीम कोर्ट के जज द्वारा की जाये। इस तथ्य की
पुष्टि मंत्री शाहबाज के भाई और आल पाकिस्तान माननोरिटी अलायंस के वर्तमान निदेशक पीटर
भटटी ने फेदेस समाचार सेवा की। एपीएमए नेटवर्क की स्थापना पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों
के अधिकारों क् प्रसार करने के लिए शाहबाज भटटी ने की थी। फीदेस समाचार सेवा से पीटर
भटटी ने कहा कि शाहबाज भटटी की हत्या की जाँच प्रक्रिया जिस प्रकार बढ रही है उससे वे
जरा भी संतुष्ट नहीं हैं। अनुंधान दल में वैसे लोग शामिल हैं जो स्पष्ट नहीं है। वे जाँच
की दिशा को ही दूसरे रास्ते पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। इस्लामिक चरमपंथियों पर
लगे दोष को दूर करने के लिए हत्या का कारण निजी दुश्मनी के रूप में तलाश रहे हैं। एपीएमए
के अधिकारियों ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान सरकार के सामने अपने अनुरोध को प्रस्तुत किया
है। भटटी ने कहा कि यदि राष्ट्रीय स्तर पर मामले को ठंढे बस्ते में डाला गया तो वे जाँच
के लिए अंतरराष्ट्रीय आयोग की संभावना से इंकार नहीं करते हैं। पेशे से चिकित्सक रहे
पीटर भटटी ने कहा कि उन्हें राजनैतिक अनुभव नहीं हैं लेकिन वे इस मिशन के लिए स्वयं को
बलिदान कर सकते हैं यद्यपि इससे देश में सुरक्षा की स्थिति के सामने गंभीर चिंताएँ उत्पन्न
हो सकती हैं। पाकिस्तान की स्थिति पर पंजाब में एपीएमए के अध्यक्ष नाजमी सलीम ने
कहा कि अल्पसंख्यकों और ईसाईयों के लिए स्थिति आसान नहीं है। असहिष्णुता का माहौल प्रभावी
है। एपीएमए के द्वारा हम शाहबाज भटटी के मिशन को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि देश को
सौहार्द, शांति और सहिष्णुता की जरूरत है।