2011-03-21 17:02:53

देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश


श्रोताओ, रविवार 20 मार्च को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
मुझे पिछले कुछेक दिनों में आध्यात्मिक साधना करने का अवसर प्रदान करने के लिए मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूँ और मैं उन सब लोगों के प्रति कृतज्ञ हूँ जो अपनी प्रार्थना के द्वारा मेरे निकट थे। यह रविवार, चालीसा काल का दूसरा रविवार येसु के रूपान्तरण का रविवार कहलाता है क्योंकि सुसमाचार पाठ येसु ख्रीस्त के जीवन इस रहस्य का वर्णन करता है। उन्होंने शिष्यों को अपने दुःखभोग के बारे में पहले ही बता देने के बाद पेत्रुस, याकूब और उसके भाई योहन को अपने साथ ले लिया और वह उन्हें एक ऊँचे पहाड़ पर एकान्त में ले चले। उनके सामने ही ईसा का रूपान्तरण हो गया। उनका मुखमंडल सूर्य की तरह दमक उठा और उनके वस्त्र प्रकाश के समान उज्ज्वल हो गये। (मत्ती 17 1-2)

संवेदन के क्षेत्र में प्रकृति में सूर्य़ का प्रकाश सबसे तेज है लेकिन आत्मा के क्षेत्र में शिष्यों ने कुछ क्षण के लिए ऐसे प्रताप का अनुभव किया जो सबसे तेज है, येसु की दिव्य महिमा जो सम्पूर्ण मुक्ति इतिहास को आलोकित करती है। पापस्वीकार संस्कार प्रदान करनेवाले संत मक्सीमुस कहते हैं कि वस्त्र जो श्वेत हो गये प्रतीक हैं पवित्र धर्मशास्त्र के शब्द जो स्पष्ट, पारदर्शी और प्रकाशमान हो गये।

सुसमाचार के अनुसार रूपान्तरित प्रभु येसु के साथ ही मूसा और एलियस दिखाई दिये जो उनके साथ बातचीत कर रहे थे। मूसा और एलियस, संहिता और नबियों की छवि हैं। तब पेत्रुस हर्षोन्माद में कह उठा- प्रभु, यहाँ होना हमारे लिए कितना अच्छा है। आप चाहें तो मैं यहाँ तीन तम्बू खड़ा कर दूँगा- एक आपके लिए, एक मूसा और एक एलियस के लिए। लेकिन संत अगस्तीन टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि हमारे लिए केवल एक ही निवास स्थान है- ख्रीस्त। वे ईश्वर के शब्द हैं, संहिता में ईश्वर के शब्द, नबियों में ईश्वर के शब्द। वस्तुतः पिता ईश्वर स्वयं उदघोषणा करते हैं- यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यंत प्रसन्न हूँ। इसकी सुनो। रूपान्तरण ने येसु को नहीं बदला लेकिन यह उनकी दिव्यता का प्रकटीकरण है। ईश्वर के साथ उनके होने की गहन व्याख्या जो विशुद्ध प्रकाश बन जाता है। पिता के साथ एक होने में येसु स्वयं प्रकाश से प्रकाश बन गये हैं। पेत्रुस, याकूब और योहन प्रभु येसु की दिव्यता पर मनन चिंतन करते हुए क्रूस की अपकीर्ति का सामना करने के लिए तैयार होते हैं जैसा कि एक प्राचीन भजन में गाया जाता है- पहाड़ पर आपका रूपान्तरण हो गया और आपके शिष्यों ने जितना तक वे समझ सकते थे आपकी महिमा पर मनन चिंतन किया, क्रूस पर आपको देखकर वे समझ गये कि आपका दुःखभोग स्वैच्छिक था और उन्होंने संसार के सामने उदघोषित किया कि आप वास्तव में पिता के गौरव हैं।

प्रिय मित्रो, हम भी इस दर्शन और इस अलौकिक उपहार में शामिल होते हैं तथा प्रार्थना करने और ईशवचन को सुनने के लिए समय देते हैं। इससे अधिक, विशेष रूप से इस चालीसा काल के समय, मैं आप सबका आह्वान करता हूँ जैसा कि प्रभु सेवक संत पापा पौल षष्टम लिखते हैं- पश्चाताप के दिव्य निर्देश का जवाब कुछ ऐच्छिक कृत्यों के द्वारा दैनिक जीवन के बोझ द्वारा लगाये गये आत्मत्याग से परे है।

हम कुँवारी मरियम की मध्यस्थता की याचना करते हैं ताकि वे हमेशा प्रभु येसु ख्रीस्त को सुनने और उनका अनुसरण करने यहाँ तक कि उनके क्रूस और दुःखभोग तथा उनकी महिमा में शामिल होने के लिए हमारी सहायता करें।

इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।








All the contents on this site are copyrighted ©.