मैडरिड, 19 मार्च, 2011 (ज़ेनित) स्पेन धर्माध्यक्षीय समिति द्वारा ‘जीवन रक्षा अभियान’
के तहत् बनाये गये वीडियो इस संदेश को देने का प्रयास है कि " जीवन जीने का सदा ही कोई
ख़ास मक़सद है।" विदित हो कि यह वीडियो प्रोग्राम 25 मार्च को मनाये जाने वाले जीवन
दिवस के मद्देनज़र बनाया गया है। ज़ेनित समाचार ने बताया कि इस वीडिया में एक दम्पति
को ह्वील चेयर में दिखाया गया है और मृत्यु शय्या में पड़ा एक व्यक्ति अपने पुत्र के
साथ स्पेन की विश्व फुटबॉल कप के जीत की खुशी में शामिल होता दिखाया गया है। धर्माध्यक्षीय
समिति के परिवार और जीवन आयोग ने इस अभियान की सराहना की है पर इस बात के लिये खेद भी
व्यक्त किया है कि उस मनुष्य जीवन और इसकी सुन्दरता को जिसे ईश्वर सदा प्यार करते हैं
कई लोग देख नहीं पाते न ही इसकी सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि " कई लोग जीवन
की अच्छाई की पहचान नहीं कर पाते हैं विशेष कर ऐसे समय में जब मानव गंभीर बीमारियों,
मानसिक या मनोवैज्ञानिक रोगों, गरीबी एकान्तता, और कमजोरी का शिकार हो जाता है और कठिन
दौर से गुजरता या मृत्युशय्या तक पहुँच जाता है। " उन्होंने कहा कि जब समाज मानव
दुःखों और मानव कमजोरियों को अर्थ दे नहीं पाता तो वह उसे अकेला छोड़ देता है ऐसे समय
में कलीसिया के लागों को चाहिये कि वे ईश्वरीय प्रेम से प्रेम से प्रेरित होकर लोगों
में आशा का संचार करें ताकि ऐसे लोगों को यह अनुभव हो कि वे अकेले नहीं हैं और कोई उनकी
देखभाल करने वाला है ताकि वे अकेलापन और निराशापन से मुक्ति प्राप्त कर सकें और जीवन
के अर्थ को पहचान सकें। ज़ेनित समाचार ने वीडियो के बारे में बतलाते हुए कहा कि यह
वीडियो तीन मिनट से भी कम समय में चार कहानियाँ बताता है - एक बूढ़े व्यक्ति और उसके
बेटे के बारे में, एक बीमार बच्चा और परिवार के उपहार के बारे में, दो विकलांगों के बारे
और एक दादी माँ और उसके नातियों के बारे में। वेब में डाले गये इस वीडियो के अंत
में चिन्तन के लिये एक सवाल दिया गया है जो कहता है " जीवन का एक मकसद है आपके जीवन का
क्या मकसद है।"