जापान के धर्माध्यक्षों द्वारा राहत कार्य़ों के समन्वयन के लिए केन्द्र की स्थापना
(रोम सीएनएस) जापान में 11 मार्च को आये भूकम्प और सुनामी के कारण मची तबाही से सबसे
अधिक प्रभावित क्षेत्र सेन्दाई में मानवतावादी राहत कार्य़ों का समन्वय करने के लिए जापान
में कलीसियाई अधिकारी आकस्मिक केन्द्र की स्थापना कर रहे हैं। इस केन्द्र का प्रबंध कारितास
जापान के द्वारा किया जायेगा। यह केन्द्र विभिन्न काथलिक स्वयंसेवियों से मिले सहयोग
और संसाधनों का उपयोग आपदा प्रभावित लोगों की सहायता करने के लिए करेगा। इसी क्रम में
जापान के धर्माध्यक्षों की 16 मार्च को सेन्दाई में बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने केन्द्र
स्थापित कर कारितास की निगरानी में अतिरिक्त राहत कार्यों को आरम्भ करने का निर्णय लिया
है। कारितास जापान के कार्य़कारी निदेशक फादर दाईसुके नारूई ने कहा कि सन्देर् के
विशालतम बिल्डिंग ने भूकम्प के प्रभाव को सह लिया लेकिन सबसे अधिक क्षति सुनामी के कारण
हुई है। विनाश का नजारा बहुत गंभीर है। लोग हमारी सहायता की उम्मीद कर रहे हैं। फादर
नारूई ने कहा कि विस्थापित हुए लोगों की सहायता करने के लिए जापान के युवाओं के उत्साह
से बहुत अनुप्राणित हैं। कारितास कार्यालय में सब धर्मप्रांतों से स्वयंसेवी युवा आ रहे
हैं ताकि विनाश से सर्वाधिक प्रभावित हुए लोगों की सहायता कर सकें। उन्होंने फीदेस समाचार
सेवा से कहा कि यह महत्वपूर्ण चिह्न है जो हमें भविष्य के लिए आशा प्रदान करता है। संत
पापा ने जापान धर्माध्यक्षीय सम्मेलन को एक लाख डालर का अनुदान भेजा है ताकि 11 मार्च
को आये भूकम्प और सुनामी के शिकार हुए लोगों की सहायता की जा सके। संत पापा के परोपकार
और उदारता संबंधी कार्य़ों का प्रबंध करनेवाली परमधर्मपीठीय समिति कोर उन्नुम के मान्यवर
अंतोनी फिगुईरेदो ने कहा कि परमधर्मपीठीय समिति कोर उन्नुम, जापान के धर्माध्यक्षों,
कारितास इंटरनेशनालिस तथा अन्य राहत सहायता संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि
लोगों की जरूरतों का सर्वोत्तम रूप से जवाब दिया जा सके।