बर्लिनः सन्त पापा की जर्मन यात्रा विश्वास के भविष्य पर केन्द्रित रहेगी
बर्लिन, 16 मार्च सन् 2011 (ए.पी.): जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्षों ने कहा है कि सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें की आगामी जर्मन प्रेरितिक यात्रा विश्वास के भविष्य पर केन्द्रित
रहेगी जहाँ सन् 2010 में अनेक काथलिकों ने कलीसिया का परित्याग कर दिया है।
जर्मनी
के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने मंगलवार को प्रकाशित किया कि इस वर्ष 22 से 25 सितम्बर
तक सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें अपनी मातृभूमि जर्मनी की यात्रा करेंगे। विश्वव्यापी काथलिक
कलीसिया के परमाध्यक्ष पद पर अपनी नियुक्ति के बाद से सन्त पापा रूप में जर्मनी की यह
उनकी पहली आधिकारिक यात्रा होगी। इस अवसर पर सन्त पापा बर्लिन में जर्मनी के संसद को
सम्बोधित करेंगे तथा देश के मुसलमान एवं यहूदी नेताओं से मुलाकात करेंगे।
भूतपूर्व
पूर्वी जर्मनी स्थित एरफुर्ट में सन्त पापा उस स्थल पर ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे जहाँ
से मार्टिन लूथर के सुधारवादी आन्दोलन की शुरुआत हुई थी। इसके अतिरिक्त सन्त पापा पूर्वी
एवं पश्चिमी जर्मनी को अलग करनेवाली सीमा पर ख्रीस्तयाग अर्पित कर शीत युद्ध की समाप्ति
में काथलिक कलीसिया की भूमिका को रेखांकित करेंगे।
जर्मनी की प्रेरितिक यात्रा
युवा समारोह के साथ फ्रायबुर्ग धर्मप्रान्त में समाप्त होगी।