2011-03-12 13:24:22

जापानी काथलिक कलीसिया की सहायता का आश्वासन


सेन्दाई, जापान, 12 मार्च, 2011 (ज़ेनित) जापान के उत्तरी पूर्वी समुद्र तटीय क्षेत्रों में आये 8.9 की तीव्रता से आये भीषण भूकम्प और सुनामी से हताहत लोगों के प्रति जापान की काथलिक कलीसिया ने अपनी सहाभूति दिखलायी है और पूरी सहायता का आश्वासन दिया है।

उक्त आश्वासन देते हुए जापान के नीगाता धर्मप्रांत के फादर कोईकी ओताकी ने फीदेस समाचार सूत्रों को बताया कि " जापान के लोग अभी भी भयभीत हैं "।

उन्होंने कहा नीगाता के धर्माध्यक्ष औऱ कारितास जापान के अध्यक्ष ईसाव किकुची ने कहा है कि " यद्यपि जापान में काथलिक समुदाय छोटी है पर यह भूकम्प से पीड़ित लोगों के यथासंभव सहायता के लिये तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि " सुनामी हमें इस बात की याद दिलाता है कि जीवन क्षणभंगुर है।"

इस चालीसाकाल में हमारी प्राथमिकता होगी ‘आपदा पीड़ितों की सहायता करना’। " कारितास जापान के महानिदेशक दाइसुके नाऱुई ने कहा कि उनकी संस्था पीड़ितों की मदद के लिये प्रयासरत है और आवश्यक जानकारियाँ प्राप्त कर रही हैं ताकि हताहत लोगों के लिये बचाव और राहत कार्य तेजी आ सके।

उन्होंने बताया कि फोन और मोबाइल की सेवा कट जाने से सूचनायें प्राप्त करने में परेशानियाँ हो रही हैं।

उधर कारितास इन्टरनैशनालिस की सचिव लेसली ऐन्न नाइट ने कहा है कि उनकी संस्था जापान के दुःखित और शोकित लोगों के साथ है।

विगत वर्ष जब उन्होंने जापान का दौरा किया था तो जापानवासियों ने गरीबों और ज़रूरतमंदों की सेवा बखूबी करते देखा था। वे चाहतीं हैं कि ऐसे कठिन परिस्थितियों में उनकी हरसंभव मदद करें।

उन्होंने भूकम्प और सुनामी पीड़ितों को अपनी प्रार्थनाओं का भी आश्वासन दिया।

समाचार के अनुसार जापान में बराबर भूकम्प का खतरा बना रहता है और लोग इसके लिये तैयार रहते हैं।

हाल में आया भूकम्प की तीव्रता दिसंबर 2004 में आये इंडोनेशिया और उत्तरी सुमात्रा में आये भूकम्प के समान ही विध्वंशकारी थी। इसकी तीव्रता रिचर स्केल में 9.1 मापी गयी थी जिसमें अनुमानतः 220,000 लोग मारे गये थे।










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