वाटिकन सिटीः राख बुध की धर्मविधि से चालीसाकाल आरम्भ
वाटिकन सिटी, 9 मार्च सन् 2011 (सेदोक): नौ मार्च को राख बुधवार की धर्मविधि के साथ विश्व
के काथलिकों ने चालीसाकाल आरम्भ किया।
येसु मसीह के दुखभोग एवं क्रूसमरण की याद
में प्रति वर्ष विश्व के काथलिक धर्मानुयायी चालीस दिन त्याग, तपस्या, भिक्षादान, प्रार्थना
एवं चिन्तन को समर्पित रखते हैं।
रोम में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें सन्ध्या
साढ़े चार बजे आवेनतीनो पहाड़ी पर स्थित सन्त आनसेल्म के महागिरजाघर में चालीसाकाल की
प्रार्थना आरम्भ करेंगे तथा पाँच बजे सन्त सबिना गिरजाघर में राख की धर्मविधि सम्पन्न
कर चालीसाकाल का शुभारम्भ करेंगे।
राख बुधवार के दिन माथों पर राख रमाने की धर्मविधि
मनुष्य को उसकी नश्वरता का स्मरण दिलाती है।
इस बीच, 13 मार्च से 19 मार्च तक,
चालीसाकाल के उपलक्ष्य में वाटिकन में रोमी कार्यालय के धर्माधिकारियों की आध्यात्मिक
साधना जारी रहेगी जिसमें सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें भी शामिल रहेंगे।
इस वर्ष,
रोम स्थित परमधर्मपीठीय धर्मसैद्धान्तिक अकादमी के उपाध्यक्ष, कारमेल धर्मसमाज के मठवासी
पुरोहित फादर फ्राँस्वा मारी लेतेल, आध्यात्मिक साधना के दौरान प्रवचन करेंगे। प्रवचनों
के विषय रहेंगे "कलीसिया के अन्तर में ख्रीस्त की ज्योति" तथा "स्व. सन्त पापा जॉन पौल
द्वितीय एवं सन्तों का धर्मतत्त्वविज्ञान।