भारत के ईसाई समूहों द्वारा पाकिस्तानी मंत्री शाहबाज भटटी की हत्या की निन्दा की
भारत के ईसाई समूहों ने पाकिस्तान के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शाहबाज भटटी की हत्या
की निन्दा की है। गुजरात के अहमदाबाद में प्रशांत नामक मानवाधिकार केन्द्र के निदेशक
येसु धर्मसमाजी पुरोहित फादर सेद्रिक प्रकाश ने इस्लामाबाद में श्री भटटी की हत्या की
निन्दा करते हुए कहा कि यह जघन्य हत्याकांड इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान अराजकता
की ओर बढ़ रहा है। मुसलमान बहुल पाकिस्तान में 42 वर्षीय राजनीतिज्ञ एकमात्र ईसाई मंत्री
थे। ईशनिन्दा कानून के खिलाफ वक्तव्य देने तथा इसमें बदलाव लाने के लिए किये जा रहे उनके
प्रयासों के लिए अज्ञात बंदूकचियों ने बुधवार 2 मार्च को उनकी हत्या कर दी। वे हत्या
की अनेक धमकियों के बावजूद अपने मत पर दृढ़ बने रहे। फादर सेद्रिक प्रकाश ने कहा
कि वे हत्या की निन्दा करते हुए पाकिस्तान की सरकार और पाकिस्तानी जनता का आह्वान करते
हैं कि वह प्रत्येक व्यक्ति के लिए स्वतंत्रता और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करें तथा
चरमपंथी ताकतों पर रोक लगाये क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने पाकिस्तान को अपने
नियंत्रण में ले लिया है। आल इंडिया क्रिश्चियन कौंसिल के महासचिव जोन दयाल ने कहा
कि भटटी की हत्या पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यक समूह के सदस्यों के सामने प्रस्तुत
खतरों औऱ दबावों को दिखाती है। उन्होंने कहा कि अपहरण और ईशनिन्दा के झूठे मामलों में
लोगों को फँसाये जाने तथा दैनिक आधार पर अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की हत्या की रिपोर्ट
मिलती रही हैं। मानवाधिकार कार्य़कर्त्ताओं ने भी पाकिस्तान में चरमपंथियों पर रोक लगाने
के कड़े उपाय करने तथा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की माँग की है। भारतीय
काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर बाबू जोसेफ ने कहा कि भारत की कलीसिया
इस घृणास्पद कृत्य की कड़े शब्दों में निन्दा करती है जो पाकिस्तान के मामलों की दुखद
स्थिति को प्रतिबिम्बित करती है। उन्होंने पाकिस्तान में सामान्य स्थिति की बहाली के
लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी गहन सहृदयता दर्शाने का आग्रह किया जो चरमपंथी समूहों
के दबाव तले संघर्ष कर रहा है।