वाटिकन सिटीः कार्यकाल समाप्त करते लेबनान के प्राधिधर्माध्यक्ष के प्रति सन्त पापा का
सम्मान
वाटिकन सिटी, 02 मार्च सन् 2011 (सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कार्यकाल समाप्त
करनेवाले लेबनान के मैरोनाईट ख्रीस्तीय प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल नसरल्ला पियर स्फियेर
के प्रति सम्मान का प्रदर्शन किया है।
90 वर्षीय कार्डिनल नसरल्ला स्फियेर सन्
1986 ई. से अन्तियोख में मारोनी रीति के काथलिक धर्मानुयायियों के धर्मगुरु रहे हैं।
बेकेरके, लेबनान तथा बैरूत के बाहरी परिसर अन्तियोख की प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ के अन्तर्गत
आते हैं। लेबनान में मारोनी रीति के काथलिकों की संख्या नौ लाख तीस हज़ार है जबकि विश्व
के विभिन्न क्षेत्रों में इनकी संख्या तीस लाख से अधिक है।
शनिवार को प्रेषित
एक पत्र में सन्त पापा ने कार्डिनल स्फियेर द्वारा कलीसिया को प्रदत्त दीर्घकालीन एवं
महत्वपूर्ण सेवाओं का स्मरण किया।
विगत वर्ष मनाई गई कार्डिनल स्फियेर के पुरोहिताभिषेक
की 60 वीं वर्षगाँठ तथा इस वर्ष धर्माध्यक्षीय अभिषेक की 50 वीं वर्षगाँठ के सन्दर्भ
में सन्त पापा ने कहा कि कार्डिनल स्फियेर का पौरोहित्य जीवन विश्वास के साक्ष्यों एवं
ख्रीस्त के प्रति प्रेम से परिपूर्ण है।
सन्त पापा ने स्मरण दिलाया कि प्राधिधर्माध्यक्ष
स्फियेर की प्रेरिताई की शुरुआत लेबनान में रक्तपात एवं युद्धों के बीच हुई। युद्ध की
पृष्टभूमि में कार्डिनल महोदय में सदैव शांति हेतु तृष्णा बरकरार रही। सन्त पापा ने कहा,
"अपने देश में शांति की अभिलाषा के कारण ही आपने कलीसिया को मार्गदर्शन दिया तथा लेबनान
से पलायन करनेवालों को हिम्मत न हारने का सन्देश दिया। इसके परिणामस्वरूप ही आज लेबनान
में शांति लौट आई है जो कमज़ोर होते हुए भी नितान्त अत्यन्त आवश्यक है।"
सन्त
पापा ने इस विश्वास की भी अभिव्यक्ति की कि सेवानिवृत्ति के बाद भी, "कार्डिनल स्फियेर
मारोनी रीति की कलीसिया की तीर्थयात्रा को अपनी प्रार्थनाओं, परामर्श तथा बलिदानों से
समर्थन देते रहेंगे।"