आत्महत्या करते किसानों की समस्या के समाधान में कलीसिया द्वारा सहायता करने की इच्छा
(भोपाल 24 फरवरी काथलिक न्यूज) भारत के मध्यप्रदेश राज्य में किसानों द्वारा की जा रही
आत्महत्या की समस्या का सामना करने के लिए भोपाल की काथलिक कलीसिया राज्य सरकार को अपनी
सेवा देना चाहती है। भोपाल के महाधर्माध्यक्ष लेओ कोरनेलियो ने कहा कि कलीसिया पीड़ितों
के लिए राहत सहायता के वितरण में अपने प्रशिक्षित कार्य़कर्ताओं के द्वारा राज्य सरकार
को सहायता करने की इच्छुक है। विगत दो माहों में शीत और पाला पड़ने के कारण राज्य
में व्यापक स्तर पर फसल का नुकसान हुआ है तथा बडी संख्या में किसानों ने आत्महत्याएँ
की हैं। राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में यह स्वीकार करने कि फसल के नुकसान होने के कारण
पिछले 86 दिनों में 136 किसानों ने आत्महत्या की है इस घोषणा के एक दिन बाद कलीसिया ने
अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रिलीफ कमीशनर अनिल श्रीवास्तव के अनुसार जनवरी माह
में कड़ाके की ठंढ और शीत के कारण 35759 गाँवों में फसलों की क्षति हुई। केन्द्रीय सराकार
को स्मारपत्र भेजकर वित्तीय सहायता देने की माँग की गयी है। महाधर्माध्यक्ष लेओ ने इसे
गंभीर और नाजुक परिस्थिति करार देते हुए कहा कि रोटी उत्पन्न करनेवाले भूखमरी के कगार
पर हैं और यह बहुत ही त्रासदीपूर्ण स्थिति है। उन्होंने कहा कि कलीसिया ग्रामीण इलाकों
में किसानों की सहायता कर रही है। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि ब्राह्य स्रोंतों
से कलीसिया द्वारा जमा फंड का उपयोग नहीं हो पाता है क्योंकि केन्द्रीय सरकार का मानना
है कि देश को बाहरी मदद की जरूरत नहीं है। महाधर्माध्यक्ष लेओ ने चेतावनी दी कि किसानों
द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएँ नहीं रूकेंगी यदि उन्हें क्षतिपूर्ति देने के लिए उपयुक्त
प्रयास नहीं किये जाते हैं। उन्होंने देश का भी आह्वान किया कि वह किसानों को बचाने के
लिए आगे आये क्योंकि उनके बिना किसी को जीवन नहीं मिलेगा।