वाटिकन सिटीः भारत के महाधर्माध्यक्ष कालाथिपरमबिल आप्रवासियों एवं यात्रियों की परमधर्मपीठीय
समिति के सचिव नियुक्त
वाटिकन सिटी, 23 फरवरी, सन् 2011 (सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने केरल के महाधर्माध्यक्ष
जोसफ कालाथिपरमबिल को आप्रवासियों एवं यात्रियों की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय
समिति के सचिव नियुक्त कर दिया है। महाधर्माध्यक्ष अब तक कैलीकट्ट के धर्माध्यक्ष रहे
थे।
इस नियुक्ति की घोषणा मंगलवार को वाटिकन प्रेस द्वारा की गई।
इटली
के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष अगोस्तीनो मार्केत्तो इससे पूर्व इस पद पर कार्य करते रहे थे।
छः माहों पूर्व सत्तर वर्ष की आयु पूर्ण कर लेने पर उन्होंने अपना त्याग पत्र दे दिया
था जिसे सन्त पापा ने स्वीकार कर लिया है।
आप्रवासियों एवं यात्रियों की प्रेरिताई
हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के नये सचिव महाधर्माध्यक्ष जोसफ कालाथिपरमबिल का जन्म
छः अक्टूबर सन् 1952 ई. को वेरापोली महाधर्मप्रान्त के वाडूथला में हुआ था। दर्शन तथा
ईशशास्त्र में आपने अपनी पढ़ाई केरल के त्रिचनापोली तथा आल्वे काथलिक गुरुकुलों में की
तथा रोम स्थित परमधर्मपीठीय अर्बन विश्वविद्यालय से कलीसियाई विधान में स्नातक की उपाधि
प्राप्त की।
13 मार्च सन् 1978 को आप पुरोहित अभिषिक्त किये गये थे।
वेरापोली
में सहयोगी पल्ली पुरोहित रहने के बाद सन् 1980 में आप पुनः रोम आये जहाँ सन् 1984 में
कलीसियाई विधान में आपने डॉक्टरेड की उपाधि प्राप्त की। सन् 1989 तक आप रोम स्थित सन्त
पौल महाविद्यालय के प्राचार्य रहे। सन् 1998 से सन् 2002 तक वेरापोली महाधर्मप्रान्त
के प्रतिधर्माध्यक्ष रहे तथा 27 मार्च सन् 2002 में ही कैलीकट्ट के धर्माध्यक्ष नियुक्त
किये गये थे।