न्यू यॉर्कः निर्धनता निवारण हेतु बच्चों में निवेश ज़रूरी कहना परमधर्मपीठ का
न्यू यॉर्क, 16 फरवरी सन् 2011 (ज़ेनित): संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी
पर्यवेक्षक वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष फ्राँसिस चुल्लीकट्ट ने कहा है कि निर्धनता
निवारण के लिये बच्चों में निवेश करना अति आवश्यक है।
विगत सप्ताहान्त, न्यू
यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में "ग़रीबी उन्मूलन पर" आयोजित बैठक के
49 वें सत्र में, संयुक्त राष्ट्र संघीय विकास कार्यक्रम की आर्थिक एवं सामाजिक समिति
के सदस्यों को सम्बोधित कर, महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकट्ट ने परमधर्मपीठ की उत्कंठाओं को
प्रस्तुत किया।
महाधर्माध्यक्ष ने इस बात पर बल दिया कि निर्धनता के उन्मूलन
के लिये, "भावी पीढ़ियों एवं युवाओं में निवेश कर ही सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं के
समाधान मिल सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "ग़रीबी बहुत अधिक बच्चों से उत्पन्न नहीं
होती बल्कि बच्चों के विकास पर बहुत कम निवेश से उत्पन्न होती है।"
उन्होंने कहा,
"मानव इतिहास सिखाता है कि यदि बच्चों पर पर्याप्त निवेश किया गया तो आगे चलकर उनपर जो
खर्च किया गया है उससे कहीं अधिक वे योगदान दे पायेंगे तथा परिणामस्वरूप सभी के जीवन
स्तर को ऊँचा उठा पायेंगे।"
"उनके बलशाली हाथ और सक्षम मस्तिष्क भूखों को भोजन
दे सकेंगे, रोगियों को स्वस्थ कर सकेंगे तथा बेघर लोगों के लिये घरों का निर्माण कर सकेंगे।"
इस
बात की ओर महाधर्माध्यक्ष ने ध्यान आकर्षित कराया कि नीति निर्माता सदैव यह कहते रहते
हैं कि जनसंख्या की वृद्धि विकास को अवरुद्ध करती है जबकि सच तो यह है कि जहाँ कहीं भी
आर्थिक वृद्धि हुई है वहाँ पर जनसंख्या में वृद्धि उसके साथ साथ चली है।