सूडानः हाल की हत्याएं स्वतंत्रता पर ख़तरा, धर्माध्यक्ष
यामबियो, सूडान 8 फरवरी 2011 (ज़ेनित): सूडान में, तोमबुरा यामबियो के काथलिक धर्माध्यक्ष
एडवर्ड कुसाला ने कहा है कि हाल की हत्याएं एवं अपहरण स्वतंत्रता के लिये एक महान ख़तरा
है। कुछ दिनों पूर्व ही एक 37 वर्षीया काथलिक धर्मबहन की हत्या कर दी गई थी।
जर्मनी
की काथलिक लोकोपकारी संस्था "एड टू द चर्च इन नीड" ने बताया कि धर्माध्यक्ष कुसाला ने
एक खुला पत्र लिखकर हिंसा के अन्त का आह्वान किया है। विशेष रूप से सूडान के गुरिल्ला
दल लार्ड्स रेज़िस्टेन्स आरमी तथा उसके नेता जोसफ कोनी के अत्याचारों पर रोक लगाने हेतु
उन्होंने ठोस उपाय का आह्वान किया है।
धर्माध्यक्ष ने सोमवार को एक बातचीत में
संस्था से कहा कि अनवरत जारी हिंसा किसी भी नई सरकार को हताश कर सकती है तथा युवा देश
की आशाओं को धूमिल कर सकती है।
ग़ौरतलब है कि सोमवार को ही यह घोषित किया गया
कि जनमत संग्रह के बाद दक्षिणी सूडान के 98 प्रतिशत लोगों ने उत्तरी सूडान से स्वतंत्र
होने का चयन किया है।
ख़ारतूम स्थित सूडान के राष्ट्रपति ओमर आल बाशिर ने भी
कहा है कि वे जनमत संग्रह के आधिकारिक नतीजे को स्वीकार करते हैं।
इस परिणाम
के तहत आगामी जुलाई माह में दक्षिणी सूडान 54 वाँ स्वतंत्र अफ्रीकी राष्ट्र बन जायेगा।
उत्तर तथा दक्षिणी सूडान के बीच बीस वर्षों तक चले गृहयुद्ध के बाद, छः वर्षों पूर्व,
शांति समझौता हुआ था जिसमें उक्त जनमत संग्रह का निर्णय लिया गया था।