मुसलिम संगीत निदेशक द्वारा येसु के संदेशों पर म्यूजिक डीवीडी
ढाका, 7 फरवरी, 2011 (जेनित) बांगलादेश के मुसलिम संगीत निदेशक महमूद ने येसु के संदेशों
के आधार पर एक म्यूजिक डीवीडी बनाया है जिसका लोकार्पण 3 फरवरी को ढाका में सम्पन्न हो
गया। उकान समाचार के अनुसार संगीत निदेशक सफ़ीक महमूद का मानना है कि येसु इस दुनिया
में आये ताकि वे लोगों को मानवता के बारे में संदेश दे सके। येसु के बारे में लिखते हुए
रवीद्र नाथ टैगोर ने भी इसी बात की चर्चा की है। मधुर संगीत से पूर्ण इस नृत्य डीवीडी
का नाम है ‘ओय महामनाब आसे अर्थात् ‘देखो एक महान् व्यक्ति आ रहा है। 3 फरवरी को
ढाका के कैथोलिक बिशप्स कोनफेरेन्स ऑफ बांगलादेश के कार्यालय में आयोजित लोकार्पण समारोह
में करीब 60 कैथलिक प्रोटेस्टंट मुसलिम और कई गण-मान्य लोग उपस्थित थे। बागंला देश
की प्रसिद्ध लेखिका सेलिना होसाइन को कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया गया था। मुख्य अतिथि
के रूप में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए लेखिका सेलिना ने कहा कि रवीद्रनाथ टैगोर
ने येसु के बारे में इस बात को बताने का प्रयास किया कि हज़ारों वर्ष पहले येसु आये एक
मनुष्य के रूप कार्य किया। उन्होंने कहा कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। एक प्रोटेस्टंट
डेविड प्रनाब ने कहा कि कई लोगो येसु संबंधी टैगोर के विचारों को नहीं जानते हैं।नृत्य
के द्वारा हमने येसु के मानवतावादी संदेशों को लोगों तक लाने का प्रयास किया है। हमारा
विश्वास है कि यह सभी धर्मावलंबियों को प्रभावित करेगा। संगीत डीवीडी के प्रोड्यूसर दास
ने बताया कि इस डीवीडी को अमेरिका की कोमपासन नामक कम्पनी ने आर्थिक मदद दी है। विदित
हो कि सन् 1993 ईस्वी में एक डेविड दास ने ‘एकत्तोरेर जिशु’ या ‘ज़ीसस 71’ नामक देशभक्ति
फिल्म बनायी थी। जमुना सरकार नामक एक कैथोलिक महिला ने कहा कि " वे नहीं जानती थी
कि टैगोर ने येसु के प्रेम क्षमा और बलिदान के संदेश के आधार पर जो लेख लिखे हैं वे
सचमुच उत्कृष्ट और अविश्वसनीय हैं। " प्रोटेस्टंट पास्टर मार्टिन लूथर ने कहा कि
" इस प्रकार के और अधिक पहल किये जाने चाहिये।" विदित हो रवीन्द्र नाथ टैगोर एक
बंगाली कवि उपन्यासकार संगीतज्ञ चित्रकार नाटककार और साहित्यकार थे जिन्हें सन् 1913
ईस्वी में साहित्य क लिये नोबल पुरस्कार सम्मानित किया गया ता।