‘इंडिया अगेन्सट करप्शन’ रैली में महाधर्माध्यक्ष भिन्सेंट शामिल हुए
नई दिल्ली, 31 जनवरी, 2011 (उकान) दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष विन्सेंट कोनचेस्सो सहित
विभिन्न धर्मों और सम्प्रदाय के करीब 2, 500 लोगों ने 30 जनवरी रविवार को राष्ट्रपिता
महात्मा गाँधी की मृत्यु की 63वीं पुण्य तिथि के अवसर पर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ आयोजित
रैली में हिस्सा लिया। दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली को के बारे में बताते
हुए महाधर्माध्यक्ष कोनचेस्सो ने कहा कि " भ्रष्टाचार तब बढ़ता है, जब रुपया व्यक्ति
से ज़्यादा मूल्यवान हो जाता है। इंडिया अगेन्सट करप्शन (भ्रष्टाचार के विरुद्ध भारत)
नामक एक संगठन ने इस रैली का आयोजन किया था जिसमें सभी सम्प्रदायों के लोगों को शामिल
किया गया है। आयोजकों ने उकान समाचार को बताया कि 30 जनवरी को ही देश के अनुय 55 शहरों
में भी भ्रष्टाचार विरोधी रैलियों का आयोजन किया गया था। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि
उन्हें इस बात का खेद है कि " लोग देश के संविधान की मर्यादा को कायम रख पाने में विफल
रहे हैं। संविधान में समता न्याय और भेदभावरहित समाज की स्थापना की बात कही गयी है।भष्ट्राचार
अन्याय है और अन्याय भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है।" जनसेवा के लिये मगसासैय पुरस्कार
से सम्मानित भूतपूर्व पुलिस अधिकारी किरण वेदी ने लोगों को संबोधित करते हुए देश में
हुए कई बड़े घोटालों में लिप्त राजनीतिज्ञों और नौकरशाहों की चर्चा की और कहा कि विगत
दो में हुए घोटालों ने देश के अंतःकरण को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने इस बात पर
गहरा अफसोस जताते हुए कहा कि प्रशासन का जाँच के लिये कोई भ्रष्टाचार की रोकने के लिये
कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाना सरकारीतंत्र की भ्रष्टाचार रोकने की दिशा में सबसे बड़ी
कमजोरी है। इस अवसर पर बोलते हुए देश की प्रथम महिला पुलिस अधिकारी ने कहा ‘भ्रष्टाचार
विरोधी अभियान’ किसी राजनीतिक पार्टी के विरुद्ध उठायी गयी आवाज़ नहीं है। प्रत्येक
राजनीतिक पार्टी ने सत्ता का दुरुपयोग किया है। इसलिये यह आवश्यक है कि आम नागरिक संगठित
होकर व्यवस्था परिवर्तन की माँग करे। उन्होंने इस बात की ओर भी लोगों का ध्यान खींचा
कि पर्याप्त सबूतों के बावजूद किसी भी राजनीतिज्ञ को सजा नहीं दी गयी है। एक मुसलिम
नेता मुहम्मद बदानी ने कहा कि कि भ्रष्टाचार और आतंकवाद दोनों देश की बड़ी समस्यायें
हैं और देश को प्रभावित कर रही हैं। ‘इंडिया अगेन्सट करप्शन’ अभियान के सदस्यों ने
भ्रष्टाचार को दूर करने के लिये दो विधेयकों को प्रस्तावित किया। इसके अनुसार भ्रष्टाचार
के लिये पाये गये दोषी को शिकायत के दो वर्षों के भीतर जेल की सजा दी जाये और भ्रष्टाचारी
के काले धन को ज़ब्त किया जाये।