इतालियन धर्माध्यक्षों ने कहा व्यक्तिगत संपर्क ज़रूरी
रोम 29 जनवरी, 2011 (ज़ेनित) इटली के धर्माध्यक्षों का मानना है कि सांस्कृतिक भटकाव
और खंडित परिवारों के दौर से गुज़र रहे सामाजिक वातावरण में व्यक्तिगत संपर्क की ज़रूरत
को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है। इन बातों के मद्देनज़र मई 23-27 तक होने वाली
अगली आम सभा की विषयवस्तु " येसु और कलीसियाई समुदाय साथ परिचय और समर्थन " रखा गया है।
उक्त बात की जानकारी देते हुए इतालियन धर्माध्यक्षीय समिति के प्रवक्ता मोनसिन्योर
दोमेनिको पोमपिली ने बताया कि अगली आमसभा में धर्माध्यक्ष शिक्षा संबंधी मेषपालीय निर्देशिका
तैयार करेंगे जिसका उपयोग अगले 2011 से 2020 के दशक में किया जायेगा। उन्होंने
कहा कि व्यक्तिगत सम्पर्क करने की विषयवस्तु और तरीकों को खोजने का प्रयास किया जायेगा
ताकि लोगों का आपसी संबंध और विश्वास मजबूत हो सके। विदित हो कि धर्माध्यक्षों ने
विगत् अक्तूबर माह में 46वें ‘सामाजिक सप्ताह’ के मनाते हुए इस बात पर बल दिया था कि
मानवविज्ञान के मुद्दे सामाजिक समस्याओं से जुड़े हुए हैं। मोनसिन्योन पोमपिली ने
कहा कि " जीवन की और जीवन के लिये संस्कृति के विकास किये बिना आर्थिक और समाजिक समस्यों
का पूर्ण समाधान नहीं किया जा सकता हैं।" धर्माध्यक्षों ने कहा कि आज इस बात की ज़रूरत
है कि सेमिनरी में अध्ययन करने वाले इस बात को समझें कि " सांस्कृतिक परिवर्तन जारी हैं
" और अपने में येसु को धारण कर, भावात्मक और संबंधपरक आयामों को एकीकृत करने में सक्षम
बनें तथा भ्रातृत्व के प्रति खुले रह कर समुदायों को मजबूत करने के लिये कार्य करेँ।