रोमः मार्टिन लूथर की रोम यात्रा की पाँचवी शताब्दी के लिये जर्मन लूथरन कलीसिया के प्रतिनिधि
रोम में
रोम में मार्टिन लूथर द्वारा सन् 1510-1511 ई. में सम्पादित भेंट की पाँचवी शताब्दी के
उपलक्ष्य में जर्मनी की लूथरन कलीसिया का एक प्रतिनिधिमण्डल काथलिक कलीसिया द्वारा आयोजित
ख्रीस्तीय एकतावर्धक सप्ताह के लिये 18 जनवरी को रोम पहुँचा।
ग़ौरतलब है कि प्रतिवर्ष
जनवरी माह में काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित ख्रीस्तीय एकतावर्धक सप्ताह मनाया जाता है
जिसका उद्देश्य प्रभु येसु ख्रीस्तीय के अनुयायियों के बीच पूर्ण एकता हेतु प्रार्थना
करना है।
सुधारवादी ख्रीस्तीय नेता मार्टिन लूथर ने 16 वीं शताब्दी में काथलिक
कलीसिया से अलग होकर लूथरन कलीसिया की स्थापना की थी। द्वितीय वाटिकन महासभा के बाद काथलिक
कलीसिया के एकतावर्धक प्रयासों के परिणामस्वरूप विश्व की अनेक कलीसियाओं के साथ पुनर्मिलन
एवं समझदारी में प्रगति हुई है।
लूथरन कलीसिया का प्रतिनिधिमण्डल बावेरिया के
लूथरन धर्माध्यक्ष डॉ. योहान्नेस फ्रीडरिख तथा ब्राऊनश्वाईग के लूथरन धर्माध्यक्ष डॉ.
फ्रीडरीख वेबर के नेतृत्व में उक्त सप्ताह के समारोहों में भाग ले रहा है। सोमवार, 24
जनवरी को प्रतिनिधिमण्डल सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का साक्षात्कार करेगा। इससे पूर्व
रविवार, 23 जनवरी को रोम के सन्त पौल महागिरजाघर में ख्रीस्तीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित
करने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल रॉबर्ट कोख के नेतृत्व में आयोजित
सान्ध्य वन्दना में भाग लेगा।