उड़ीसाः ख्रीस्तीयों ने पादरी की मौत पर सी.बी.आय. जाँच की मांग की
भारतीय ख्रीस्तीयों की सार्वभौम समिति जी.सी.आय.सी. ने विगत सप्ताह उड़ीसा के कान्धामाल
में प्रॉटेस्टेण्ट पादरी सौल प्रधान की रहस्यमय मृत्यु पर सी.बी.आय. द्वारा जाँच की मांग
की है।
ख्रीस्तीयों की ओर से जी.सी.आय.सी. के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने 16 जनवरी
को कान्धामाल की भेंट के बाद कहा, "इस मामले को सी.बी.आय. के सिपुर्द कर दिया जाना चाहिये
ताकि निष्पक्ष जाँच की जा सके।"
उन्होंने कहा कि मृत पादरी के परिवार सदस्यों
को आशंका है कि शव परीक्षा रिपोर्ट तथा अन्य सबूतों में हेरा फेरी की गई है। पादरी के
शव पर बुरी तरह पीटे जाने के निशान भी मौजूद थे।
ग़ौरतलब है कि पादरी सौल प्रधान
का लहूलुहान शरीर पकाला गाँव के एक तालाब के निकट पाया गया था।
पादरी के परिवार
का दावा है कि कान्धामाल में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के विरुद्ध चलाये जा रहे घृणा
अभियान के तहत ही पादरी की हत्या कर दी गई किन्तु पुलिस का कहना है कि पानी में डूबने
तथा ठंड लग जाने से उनकी मृत्यु हो गई थी।
पादरी की पत्नी निमाता ने बताया कि
11 जनवरी को दो व्यक्ति पादरी को अपने साथ बातचीत के लिये ले गये थे। इन दो व्यक्तियों
का नाम उन्होंने मर्द प्रधान तथा बैजू मलिक बताया और कहा कि ये दोनों व्यक्ति सन् 2008
ख्रीस्तीयों की विरुद्ध हुई हिंसा के दौरान लूटमार एवं आगजनी के हमलावरों में शामिल थे।