2011-01-18 12:25:40

लाहौरः दो ख्रीस्तीय महिलाओं पर ईश निन्दा का झूठा आरोप तथा आक्रमण के बाद धर्माध्यक्ष ने कहा हिंसा और असहिष्णुता सामाजिकी समस्या


लाहौर में विगत दिनों ईश निन्दा के झूठे आरोप तथा आक्रमण का शिकार बनी दो ख्रीस्तीय महिलाएँ अब एक सुरक्षित जगह पर हैं जहाँ उनका उपचार किया जा रहा है।

समाचारों के अनुसार जॉन चान्द नामक ख्रीस्तीय धर्मानुयायी की मुसलमान पत्नी आमिना का जॉन की बहन सायरा तथा उनकी माँ से झगड़ा हो गया था। झगड़े का कारण थी जॉन की नवजात बेटी। आमिना अपनी बेटी को इस्लाम धर्म की तालीम देना चाहती थी जबकि जॉन उसे ख्रीस्तीय धर्म की शिक्षा देने चाहते थे, इसी विषय को लेकर परिवार की महिलाओं में झगड़ा हुआ था। बताया गया कि अपने मैके जाने के बाद आमिना ने सायरा तथा उसकी माँ पर पैगम्बर मुहम्मद की निन्दा का आरोप लगा दिया जिससे चरमपंथी मुसलमान भड़क उठे और उन्होंने दोनों महिलाओं की तब तक पिटाई की जब तक वे बेहोश नहीं हो गई।

जॉन चान्द ने एशिया समाचार को बताया कि चरमपंथी मुसलमानों के भय से उनकी बहन एवं माँ एक सुरक्षित जगह पर छिपी हैं।

घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दर्शाते हुए इस्लामाबाद-रावलपिन्डी के धर्माध्यक्ष रूफिन एन्थोनी ने कहा कि पाकिस्तानी समाज दिन-ब-दिन अधिकाधिक हिंसक, असहिष्णु और जंगली होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समस्या पर शीघ्रातिशीघ्र कार्रवाई की ज़रूरत है क्योंकि यह धर्म अथवा जाति से नहीं जुड़ी है बल्कि यह एक सामाजिकी समस्या है।







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