वाटिकन सिटीः मिस्र के राजदूत ने अपनी सरकार की चिन्ताओं को वाटिकन के समक्ष रखा
वाटिकन प्रेस के निर्देशक एवं वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने मंगलवार सन्ध्या
एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मिस्र की राजदूत श्रीमती लामिया अली हमादा मेख़ेमार ने
वाटिकन राज्य के विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष डोमनिक मामबेरती से मुलाकात कर उनकी सरकार
की चिन्ताओं से वाटिकन को अवगत कराया।
सोमवार को, वाटिकन से संलग्न विश्व के
178 देशों के राजदूतों एवं प्रतिनिधियों को, नववर्ष के उपलक्ष्य में सम्बोधित करते हुए
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने, हाल में मिस्र, ईराक एवं नाईजिरिया में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों
पर हुए आक्रमणों की कड़ी निन्दा की थी और कहा था कि इन देशों की सरकारों को धार्मिक अल्पसंख्यकों
की रक्षा हेतु प्रभावात्मक कदम उठाने चाहिये।
ग़ौरतलब है कि पहली जनवरी मिस्र
के एलेक्ज़ेनड्रिया स्थित कॉप्टिक काथलिक गिरजाघर पर एक बम आक्रमण में 21 श्रद्धालुओं
की हत्या हो गई थी तथा अनेक घायल हो गये थे।
मिस्र के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
होसाम ज़ाकी ने सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के शब्दों को अस्वीकार्य बताकर कहा है कि
वे अपने देश के आन्तरिक मामले में ग़ैर मिस्रियों के हस्तक्षेप को सहन नहीं करेंगे। इस
सिलसिले में मिस्र ने वाटिकन से संलग्न अपने राजदूत को भी सलाह मशवरे के लिये वापस बुला
लिया है।
वाटिकन प्रेस निदेशक फादर लोमबारदी ने उक्त विज्ञप्ति में बताया कि
मिस्र की राजदूत साहिबा लामिया अली हमादा मेख़ेमार ने, इस कठिन घड़ी में, महाधर्माध्यक्ष
मामबेरती से बात कर अपनी सरकार की चिन्ताओं को उनके समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि उक्त
मुलाकात के दौरान राजदूत साहिबा ने धार्मिक स्वतंत्रता तथा मध्यपूर्व में ख्रीस्तीयों
की सुरक्षा पर, हाल में उच्चरित सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के वकतव्यों पर भी विस्तृत
जानकारी प्राप्त की ताकि अपनी सरकार तक उसे पहुँचे सके।
विज्ञप्ति में आगे कहा
गया कि परमधर्मपीठ एलेक्ज़ेनड्रिया के हमले का शिकार बनी मिस्र की जनता के साथ है तथा
धर्म के आधार पर हिंसा एवं तनावों को रोकने हेतु मिस्र की सरकार के सभी प्रयासों की सराहना
करती है।