मुम्बईः क्रिसमस पर चरमपंथियों ने ख्रीस्तीय नेता की कार को किया आग के हवाले
उड़ीसा के कान्धामाल ज़िले में हिन्दु चरमपंथियों ने क्रिसमस महापर्व के दिन ख्रीस्तीय
पादरी सुरंजन नायक की कार को आग के हवाले कर दिया जिससे एक बार फिर लोगों में भय छा गया
तथा पुलिस को नायक के घर एवं कार्यालय पर सुरक्षा का इन्तज़ाम करना पडा।
प्रॉटेस्टेण्ट
पादरी सुरंजन नायक ने एशिया समाचार को बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ निकटवर्ती गाँव
में क्रिसमस महापर्व मनाने गये थे जब उन्हें टेलिफोन पर बताया गया कि चरमपंथियों ने उनकी
कार को आग के हवाले कर दिया था। उन्होंने आगज़नी की शिकायत पुलिस में की जिसके बाद 26
दिसम्बर तक उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई। उन्होंने यह भी बताया कि 25 दिसम्बर को
चरमपंथियों ने उस अस्पताल के कार्यालय पर भी हमला किया जहाँ पादरी नायक की पत्नी नर्सों
की अध्यक्षा रूप में काम करती हैं।
हमले के लिये हिन्दु चरमपंथी दल कुई समाज
समिति के व्यक्तियों पर सन्देह किया जा रहा है। राईकाई के पुरोहित फादर प्रबोध कुमार
ने एशिया समाचार से कहा कि यह ख़बर चिन्ताजनक है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक
बैठक के दौरान पादरी नायक ने कुई समाज समिति के अध्यक्ष लामबोधर कान्हा को आड़े हाथों
लिया था। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि ख्रीस्तीय शांति पूर्ण ढंग से अपने धर्म का
पालन करना चाहते हैं किन्तु कुई समाज समिति का आन्दोलन शांति को भंग करने एवं समस्याएँ
उत्पन्न करने में लगा है।
ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन के अध्यक्ष साजन
के.जॉर्ज ने उक्त हमले की कड़ी निन्दा की है।
इस बीच, उड़ीसा में भारतीय जनता
पार्टी के स्थानीय राजनीतिज्ञ रणधारी मनोहर द्वारा क्रिसमस महापर्व के उपलक्ष्य में बालक
येसु की अपमानजनक तस्वीर बाँटे जाने से भी ख्रीस्तीयों में विरोध भड़क उठा है। एक क्रिसमस
कार्ड में बालक येसु को सिगरेट एवं कोका कोला के डिब्बे के साथ दर्शाया गया है। साजन
के जॉर्ज ने इस उत्तेजक कृत्य की कड़ी निन्दा की है और कहा है कि उड़ीसा जैसे संवेदनशील
क्षेत्र में इस तरह के उत्तेजक कृत्य की कतई ज़रूरत नहीं थी। उड़ीसा के ख्रीस्तीय समुदाय
ने विरोध प्रकट कर रणधारी मनोहर को गिरफ्तार किये जाने की मांग की है, "क्योंकि उसने
लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। रणधारी के अनुसार कार्ड्स जल्दबाज़ी में
भूबनेश्वर के एक प्रेस में ग़लती से छापे गये हैं। क्षमा मांगने हेतु वह एक गिरजाघर भी
गया था जहाँ उसने घुसने नहीं दिया गया।