वाटिकन सिटीः सन्त पापा के शब्दों की ग़लत व्याख्या की गई, वाटिकन धर्मसंघ
वाटिकन स्थित ख्रीस्तीय विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ ने
मंगलवार को एक विज्ञप्ति प्रकाशित कर शिकायत की कि हाल में प्रकाशित पुस्तक "लाइट ऑफ
द वर्ल्ड" में यौन नैतिकता सम्बन्धी कुछ प्रश्नों पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के शब्दों
की ग़लत व्याख्या की गई है।
विज्ञप्ति में कहा गया कि उक्त पुस्तक में अनेक
शब्दों का ग़लत अर्थ लगाया गया है जिससे यौनाचार सम्बन्धी कलीसिया की धर्मशिक्षा पर अस्त
व्यस्तता उत्पन्न हो गई है।
उक्त पुस्तक की प्रकाशाना इग्नेशियस प्रेस द्वारा
विगत माह की गई थी जिसमें सन्त पापा के साथ पत्रकार की बातचीत भी प्रकाशित की गई है।
इसमें सन्त पापा ने कहा था कि यदि कोई पुरुष कॉन्डम का उपयोग करता है तो यह इस बात का
संकेत है कि जो कुछ वह कर रहा है उसकी ज़िम्मेदारी भी वहन करता है।
इस वाक्य
का कुछ समाचार पत्रों ने ग़लत अर्थ लगाकर इसे कलीसिया की धर्मशिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन
निरूपित किया था। इसी के मद्देनज़र ख्रीस्तीय विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय
धर्मसंघ ने उक्त विज्ञप्ति प्रकाशित कर यह स्पष्ट किया कि सन्त पापा के शब्दों का अर्थ
काथलिक कलीसिया की नैतिक शिक्षा से अलग हटना कदापि नहीं था। धर्मसंघ ने कहा कि सन्त पापा
के शब्दों से यह समझना कि किसी-किसी स्थिति में, गर्भ को रोकने के लिये, कॉन्डम का उपयोग
सही है, मनमानापन है जिसका सन्त पापा के शब्दों और विचारों से कोई तालमेल नहीं है।