वाटिकन सिटीः आनन्द मानव पीड़ा को अलग नहीं करता, सन्त पापा
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा है कि आनन्द ईश्वर में विश्वास से संलग्न है जो मानव
जाति की पीड़ाओं के प्रति एकात्मता का बहिष्कार नहीं करता।
सन्त पापा ने यह बात
फ्राँस के ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक समुदाय टेज़े को प्रेषित एक सन्देश में कही जो इस वर्ष
नैदरलैण्ड के रॉटरडैम शहर में 28 दिसम्बर से पहली जनवरी तक यूरोपीय युवाओं का 33 वाँ
सम्मेलन मनाने जा रहा है।
सन्देश में सन्त पापा ने मंगलकामना व्यक्त की कि ईश्वर
सभी युवाओं को आनन्द के स्रोतों तक जाने हेतु मार्गदर्शन प्रदान करें। युवाओं से पीड़ितों
के प्रति एकात्मता दर्शाने की अपील करते हुए सन्त पापा ने कहा कि आनन्द ईश्वर में विश्वास
के साथ घनिष्ठ रूप से सम्बन्धित है और इस विश्वास में जी कर, इसका स्वागत कर हम मानव
जीवन में उस नवीनीकरण को साकार करते हैं जो प्रभु ख्रीस्त द्वारा इस दुनिया में लाया
गया।
सन्त पापा ने कहा कि ईश्वर में विश्वास तथा पीड़ितों के प्रति एकात्मता
युवाओं में आनन्द को प्रस्फुटित करेगी तथा उन्हें वैयक्तिकवाद एवं स्वार्थ के प्रलोभनों
से बचायेगी।
टेज़े द्वारा आयोजित उक्त युवा सम्मेलन में यूरोप के लगभग 30,000
युवा प्रतिनिधि एकत्र होंगे।