जेस्विट फादर हुब्बे को ‘राइचस अमांग द नेशन्स’ पुरस्कार
रोम 16 दिसंबर, 2010 (ज़ेनित) इस्राएल के वाटिकन राजदूत मोरदेकाय लेवी ने जेस्विट फादर
कुब्बे को होलोकोस्ट के दौरान यहूदियों के विरुद्ध हो रहे कारवाई के दरमियान तीन यहूदी
बच्चों को बचाने के साहसिक कार्य के लिये ‘याद वासहेम होलोकोस्ट मेमोरियल’ संगठन दिये
जाने वाले ‘रइचय अमांग दे नेशनस’ देकर सम्मानित किया। स्वर्गीय फादर कुब्बे का यह
सम्मान कुब्बे को भतीजे फ्रांचेस्को दे घंतुज कुब्बे ने मंगलवार को इस्राएल के राजदूत
के हाथों ग्रहण किया। ज़ेनित समाचार ने बताया कि उन दिनों ग्रजियान सोन्निनो और मारको
पावोनचेल्लो को फादर कुब्बे ने अपने स्कूल में छिपाया और उनके जान की रक्षा की थी। सम्मान
पुरस्कार समारोह में मारको और ग्राजियान दोनों उपस्थित थे। समाचार के अनुसार विश्व युद्ध
के बाद दोनों भाई अपनी शिक्षा समाप्त करने के लिये फादर कुब्बे के जेस्विट स्कूल में
थे पर उनके यहूदी होने के बारे में किसी को जानकारी किसी को नहीं थी। फादर कुब्बे
को पुरस्कृत करने की प्रक्रिया मार्को की पुत्री चेलेस्ते पावोनचेल्लो ने सन् 2004 में
आरंभ किया था। विदित हो फादर कुब्बे की मृत्यु सन् 1983 में हो गयी थी। विदित हो
कि यह रोम के यहूदी समुदाय के अध्यक्ष रिकारडो पाचीफिची ने बताया कि उनके चाचा को भी
काथलिकों ने बचाया था। अब तक’याद वशेम मेमोरियल’ ने 28 हज़ार लोगों को ‘राईचस’
के रूप में खोज निकाला है और उनमें से 487 इटली के हा। विदित हो कि फादर ने संत पापा
पीयुस 12वें के संघ के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया और द्वितीय विश्व युद्ध के पीड़ितों
को अपनी सेवायें दीं।