वाटिकन सिटी, 4 दिसंबर, 2010 (ज़ेनित) इटली के नेपल्स के पूर्व महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल
मिखेले जियोरडानो की वृहस्पतिवार 2 दिसंबर को मृत्यु हो गयी। वे 80 साल के थे।
संत
पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने नेपल्स के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल क्रेसेन्सियो के नाम एक
संवेदना संदेश भेज कर कहा कि वे कार्डिनल जियोरदानो की मृत्यु से दुःखी हैं और पूरे नेपल्स
के धर्मप्रांतीय पुरोहितों और स्वर्गीय कार्डिनल के निकट संबंधियों को अपनी सहानुभूति
प्रकट करते हैं।
उन्होंने अपने पत्र में कहा कि " कार्डिनल जियोरदानो ने सुसमाचार
और कलीसिया के सेवा के लिये आपना सारा जीवन अर्पित कर दिया था। "
संत पापा ने
कहा कि वे कृतज्ञता भाव से कार्डिनल जियोरदानो के जीवन की याद करते हैं जिन्होंने तुरुरसी
लगोनेगरो में अपना प्रेरितक कार्य आरंभ किया और बाद में मातेरा - इरसिना तथा नेपल्स में
लोगों की उदारतापूर्वक सेवा की।
उन्होंने कहा कि वे ईश्वर से प्रार्थना करते
हैं कि वे कार्डिनल जियोरदानो को अपने राज में प्रवेश पाने दें और उनकी आत्मा को अनन्त
शांति प्रदान करें। ईश्वर सभी दुःखी जनों को ढाढ़स और अपनी आशिष प्रदान करे।
कार्डिनल
मिखेले जियोरिदानो का जन्म दक्षिण बसिलिकाता प्रांत के सान अरकैनजेलो में 26 सितंबर
सन् 1930 ईस्वी में हुआ था।
उनका पुरोहिताभिषेक 5 जुलाई सन् 1953 ईस्वी में हुआ
और सन् 1971 ईस्वी में वे मतेरा महाधर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष नियुक्त हुए। सन्
1987 ईस्वी में वे नेपल्स के धर्माध्यक्ष बने और संत पापा जोन पौल द्वितीय ने उन्हें
कार्डिनल की ज़िम्मेदारी सौंपी।
कार्डिनल जियोरदानो की मृत्यु के बाद कार्डिनलों
की कुल संख्या 201 बच गयी है जिसमें से 121 कार्डिनल जो 80 साल से कम आयु के होने कारण
अगले संत पापा के चुनाव में हिस्सा ले पायेंगे।
विदित हो कार्डिनलों में 109
यूरोप के, 21 उत्तरी अमेरिका के, 31 लैटिन अमेरिका के, 17 अफ्रीका के 19 एशिया और 4 ओसियाना
क्षेत्र के हैं।