इताली काथलिक पल्लियों ने ईराक के पीडि़त ईसाईयों के लिए प्रार्थना का दिवस मनाया। इराक
में किरकुक के महाधर्माध्यक्ष लुईस साको ने अपील की है कि कष्ट और पीड़ा के समय में उन्हें
अकेला नहीं छोड़ा जाये। खाल्दीयाई काथलिक महाधर्माध्यक्ष ने हिंसा की घटनाओं के बारे
में बताया कि सन 2005 से 900 ईसाईयों की हत्या हो गयी है जिसमें 5 पुरोहित तथा मोसुल
के महाधर्माध्यक्ष भी शामिल हैं। 52 गिरजाघरों पर हमले हुए हैं। अनेक परिवारों को अपना
घर छोड़कर पलायन करने को विवश हुए हैं ताकि अपने बच्चों और ईसाई विश्वास की रक्षा कर
सकें।
ईराक का ईसाई समुदाय फिर हमलावरों के निशाने पर है। मोसुल में ईसाई घरो
पर हमले के दो दिन बाद बंदुकधारियों ने बगदाद शहर के निकटवर्ती सिना क्षेत्र में दो ईसाई
दुकानदारों की नृशंस हत्या कर दी। 40 वर्षीय वाद हाना की तत्काल जबकि 43 वर्षीय साद की
दो घंटे बाद मौत हो गयी। इन बर्बर हमलों को देखते हुए स्थानीय ईसाईयों ने अत्याचार सह
रहे ईसाईयों के लिए प्रार्थना करने की अपील की है।