वाटिकन सिटी, 20 नवम्बर, 2010 (ज़ेनित) वाटिकन के प्रवक्ता फेदेरिको लोमबारदी ने कहा
है कि दो दिवसीय प्रार्थना के बाद 24 नये कार्डिनलों का बनाये जाना कलीसिया को संचालन
संत पापा की ‘कोलिजियल स्टाइल’ अर्थात् सामूदायिक प्रशासन करने का परिचायक है। जेस्विट
फादर फेदेरिको लोमबारदी ने उक्त बातें उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक
कार्यक्रम " ऑक्तावा दियेस " में कार्डिनल बनाये जाने के पूर्व कार्डिलन मंडल की दो दिवसीय
प्रार्थना, चिन्तन व अध्ययन के बारे में टिप्पणी की। फादर लोमबार्दी ने बताया कि
कार्डिनलों की नियुक्ति का न केवल काथलिक कलीसिया में पर पूरी दुनिया बेसब्री से इन्तज़ार
करती है। कार्डिनलों के नामों की घोषणा के तुरन्त बाद ही पूरी दुनिया में यह विशेष
चर्चा का एक विषय बन जाती है। उनकी संख्या उनके देश महादेश में उनके प्रभावों के बारे
में टिप्पणियाँ की जाने लगती हैं। वाटिकन प्रवक्ता ने बताया कि कार्डिनलों की नियुक्ति
के संबंध में संत पापा के विचार औरों से भिन्न हैं। संत पापा ने नियुक्तयों में इस
बात का ध्यान दिया है उनकी नियुक्ति से कलीसिया की सेवा हो और सार्वभौमिक कलीसिया को
उचित प्रतिनिधित्व मिले। फादर लोमबार्दी ने बताया कि ‘कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स’ कार्डिनलों
का एक ऐसा महत्वपूर्ण समुदाय है जिसे संत पेत्रस के उत्तराधिकारी को चुनने की ज़िम्मेदारी
और उसका सहयोग और समर्थन करने की जिम्मेदारी दी जाती है । उनसे यह अपेक्षा की जाती
है कि वे संत पापा को कलीसिया के संचालन में पूर्ण आध्यात्मिक सहायता प्रदान करें। फादर
लोमबारदी ने बताया कि संत पापा ने कार्डिनलों के साथ कलीसिया के विभिन्न मुद्दों के बारे
में विचार किये, प्रार्थना कीं और उन्हीं के साथ भोजन भी ग्रहण किये। विदित हो संत
पापा प्रत्येक वर्ष करीब 20 विभिन्न धर्माध्यक्षीय दलों के साथ मिलते हैं और उनकी बातों
को गौर से सुनते, समझते, चिन्तन करते और पूरी काथलिक कलीसिया के संचालन करते हैं।