सबलोगों के लिए चिकित्सा सेवा और सुविधा सुनिश्चित कराने का संत पापा का आह्वान
वाटिकन सिटी (सीएनएस) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें तथा अन्य कलीसियाई नेताओं ने कहा है
कि यह सुनिश्चित करना देशों का नैतिक उत्तरदायित्व है कि लोगों की आर्थिक या सामाजिक
स्थिति तथा उनकी शुल्क अदा करने की क्षमता का भेदभाव किये बिना सब नागरिकों के लिए चिकित्सा
सेवा और सुविधा मिले।
संत पापा ने 18 नवम्बर को जारी एक संदेश में कहा कि चिकित्सा
सुविधाएँ लोगों को उपलब्ध हों यह मानव का एक अहस्तांतरणीय अधिकार है। चिकित्सा प्रेरिताई
संबधी परमधर्मपीठीय समिति की अंतरराष्ट्रीय बैठक वाटिकन में 18 से 19 नवम्बर तक "Caritas
in Veritate -- toward an equitable and human health care." शीर्षक के तहत सम्पन्न हो
रही है। संत पापा के संदेश को वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने सम्मेलन
के प्रतिभागियों के लिए पढ़ा।
संत पापा ने सम्पूर्ण विश्व में चिकित्सा सुविधाएँ
उपलब्ध कराने में व्याप्त गहन असमानता पर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि विश्व
के अनेक भागों में लोगों को जरूरी दवाएँ और बुनियादी चिकित्सा सहायता प्राप्त नहीं हो
रही है तो दूसरी और औद्योगीकृत देशों में दवा आधारित चिकित्सीय या सर्जरी उपभोक्तावाद
का खतरा है जो शरीर की उपासना करनेवाली संस्कृति की ओर ले जा सकता है। मानव की देखरेख
करना, इंसान की पारलौकिक प्रतिष्ठा और अहस्तांतरणीय अधिकार जैसे मुद्दे हैं इनपर ईसाईयों
को ध्यान देना चाहिए।