मंगलोर की चर्चों द्वारा ख्रीस्तीय एकता दिखाने का संकल्प
मंगलोर 18 नवम्बर (काथलिक न्यूज)भारत के कर्नाटक राज्य में मंगलोर शहर के सब प्रमुख कलीसियाई
समुदायों ने यह सहमति व्यक्त की है कि वे सामाजिक और कलीसियाई कार्यक्रमों को मिलकर आयोजित
करेंगे ताकि जनता के सामने कलीसिया की संयुक्त छवि सामने आये। मंगलोर के काथलिक धर्माध्यक्ष
अलोसियस पौल डिसूजा ने मंगलोर के लगभग 70 पुरोहितों और विभिन्न चर्चों के पास्टरों को
सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें पारम्परिक कलीसियाई एकतावर्द्धक सम्मेलनों से आगे बढकर
सामाजिक कार्यक्रमों को मिलकर आयोजित करने की जरूरत है। अकतावर्द्धक मंगलोर क्रिश्चियन
कौंसिल ने 18 नवम्बर को एक कार्यक्रम आयोजित किया था ताकि यह खोज कर सकें कि जनहित के
लिए स्थानीय चर्चेज कैसे मिल कर काम कर सकें। चर्च औफ साऊथ इंडिया के धर्माध्यक्ष जोन
सदानन्द ने पास्टरों को स्मरण कराय कि वे शांति निर्माता बनने के लिए बुलाये गये हैं।
यदि हमारे मध्य शांति नहीं है तो शंति के संदेश की शिक्षा देना असंभव है। सीरियाई
आर्थोडोक्स चर्च के रेवरेंड वी सी जोस ने सुझाव दिया कि अल्पसंख्यक समुदायों के लिए उपलब्ध
विभिन्न सरकारी योजनाओं को चर्चेज मिलकर लें। कर्नाटक क्षेत्र के कलीसियाई एकता समिति
के सचिव येसु समाजी पुरोहित रोनाल्ड प्रभु ने कहा कि चर्चेज विभिन्न विकासकारी योजनाओं
को अन्य धर्मों के लोगों के साथ मिलकर करें. एमसीसी के प्रोटेस्टंट सचिव अनिल कुमार ने
विभिन्न पर्वों, जुबिली और सामुदायिक समारोहों को मिलकर मनाने का सुझाव दिया। फादर जोन
बपतिस्त सलदान्हा ने कहा कि कलीसियाई अधिकारी अन्य ईसाई समुदायों की पल्लियों का भी दौरा
करें ताकि ईसाईयों के मध्य एकता को बढ़ावा मिले। बैठक में लातिनी, सीरो मलंकारा तथा
सीरो मलाबार काथलिक रीतियों एवं प्रोटेस्टंट और मेथोडिस्ट चर्च, आर्थोडोक्स चर्च, मलोकार
सीरियाई आर्थोडोक्स जकोबाइट चर्च तथा मार थोमा चर्च के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।