इंटरलोल मध्यपूर्वी राष्ट्रों में ईसाइयों पर हो रहे अपराधों की जाँच करे
दोहा,कतार 10 नवम्बर, 2010 (ज़ेनित) वाटिकन सिटी के प्रशासक के सचिव महाधर्माध्यक्ष कारलो
मरिया विगानो ने अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरलोल से मांग की है कि मध्यपूर्वी राष्ट्रों
में ईसाइयों पर हो रहे अपराधों की जाँच करे।
महाधर्माध्यक्ष विगानो ने उक्त बातें
उस समय कहीं जब उन्होंने दोहा में चल रहे पुलिसकर्मियों की 79वें आम सभा में सदस्यों
को संबोधित किया।
विदित हो कि दोहा पुलिसकर्मियो के लिये आयोजित अंतरराष्ट्रीय
सम्मेलन में 141 राष्ट्रों के 650 पुलिस प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
उनके सम्मेलन
की विषयवस्तु है " 21वीं सदी में अपराधों से लड़ने की चुनौतियाँ " चार दिवसीय सेमिनार
में अपना वक्तव्य देते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि वे अपराध विज्ञान के विशेषज्ञ तो
नहीं है पर वे अपराधों - विशेष करके अपराधों के पीछे कट्टर धार्मिक विश्वास या विचारों
पर अपने विचार देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा आपराधिक प्रवृत्ति मानव के स्वभाव
का एक भाग है ठीक उसी तरह जैसे मानव इतिहास में होने वाले अच्छाई और भलाई की लड़ाई। ईसाइयों
के लिये यह लड़ाई ईश्वर की मुक्तियोजना का एक भाग है।
इसीलिये वाटिकन चाहती है
कि इस तरह के सम्मेलन में वह हिस्सा ले ताकि इसके समाधान में अपना योगदान दे सके। महाधर्माध्यक्ष
विगानो ने कहा कि भूमंडलीकरण के कारण लोगों का विकास तो हुआ ही है पर इसके कारण ही गरीबी
और भुखमरी भी बढ़ी है और कई बार यह हिंसात्मक रूप भी ले लिया है।
उन्होंने कहा
कि ईराक की स्थिति भयावह है जहाँ पर 31 अक्तूबर को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक के बन्दूकधारियों
ने 52 ईसाइयों को गोली से भून डाला और 78 लोगों को घायल कर दिया।
इस प्रकार के
अपराधा का सामना मिल कर किय जाने की आवश्यकता है। उन्होंने संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें
के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा कि " शांति ईश्वर का वरदान है पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर भले लोगों की सद्इच्छा से किये प्रयासों का भी फल है।"
उन्होंने कहा
कि आज ज़रूरत है कि हम एक साथ मिल कर कार्य करें और विश्व से इस प्रकार की बुरी शक्तियों
पर विजय प्राप्त करें।
महाधर्माध्यक्ष विगानो ने इंटरपोल पुलिस संगठन के प्रति
अपना आभार व्यक्त किया और कहा कि वे सदा ही स्थानीय पुलिस को अपनी मदद देते रहे हैं और
संत पापा की अंतरराष्ट्रीय प्रेरितिक यात्राओं के समय भी अपना सहयोग दिया है ।
सम्मेलन
की समाप्ति पर बेलारूस, बोसनिया, हेरजेगोविना, पाकिस्तान, सिंगापुर सोलोमोल आइलैंडस,
साउथ अफ्रीका, वाटिकन सिटी और वियेतनाम के प्रतिनिधियों ने सुरक्षा संबंधी एक समझौते
पर हस्ताक्षर किया।
आशा की जा रही है कि इससे सुरक्षासंबंधी नीतियों के निर्धारण
में मदद मिलेगी।