भोपाल के महाधर्माध्यक्ष द्वारा भोपाल गैस कांड के पीडि़तों की माँग का समर्थन
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की 10 दिवसीय एशिया यात्रा के क्रम में 6 से 9 नवम्बर तक
भारत के दौरे पर थे। भौपाल गैस त्रासदी के पीडि़तों ने अमरीकी राष्ट्रपति ने उन्हें न्याय
दिलाने की माँग की जिसका समर्थन भोपाल के महाधर्माध्यक्ष लेओ कोरनेलियो ने किया। उन्होंने
कहा कि गैस पीड़ित जनता ने बहुत पीड़ा सहा है तथा उनके पुर्नवास के लिए पर्याप्त ध्यान
नहीं दिये जाने से वे अब भी पीड़ा सह रहे हैं। राष्ट्रपति ओबामा की तीन दिवसीय भारत यात्रा
को देखते हुए दुनिया के सबसे त्रासदी पूर्ण औद्योंगिक दुर्घटना से बचे लगभग 250 लोगों
और उनके समर्थकों ने नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपति से यह माँग
की है कि यूनियन कार्बाइड के अध्यक्ष का प्रत्यार्पण करने तथा दुर्घटना के जिम्मेदार
अमरीकी फर्म द्वारा लोगों को मुआवजा दिलाने के लिए वे सहायता करें। भोपाल के महाधर्माध्यक्ष
कोरनेलियो ने भोपाल गैस काँड पीड़ितों की पीड़ा को समझते हुए पूर्ण और अंतिम समाधान के
लिए कदम उठाने की अपील की ताकि मामला खिंचता नहीं रहे। उन्होने 8 नवम्बर को ऊकान समाचार
सेवा से कहा कि मुआवजा देने का मुद्दा अंतहीन राजनैतिक खेल बन गया है जिसमें समस्या का
अंतिम रूप से निदान करने की किसी में भी रुचि नहीं है। वे चाहते हैं कि राष्ट्रपति ओबामा
अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप पीडितों को क्षतिपूर्ति मिले इसके लिए स्पष्ट विचार व्यक्त
करें। ज्ञात हो कि सन 1984 में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड कारखाने
में दुर्घटना हुई थी और लगभग 40 टन जहरीली गैस का रिसाव होने से लगभग 5295 लोग तत्काल
मारे गये थे जबकि अबतक 25 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। 25 साल पहले बंद
हो चुकी फैक्टरी से निकली जहरीली गैस के कारण जल, भूमि और पर्यावरण के प्रदूषित होने
से लोगों की मौत होती रही है। लेकिन राष्ट्रपति ओबामा ने भारत यात्रा के दौरान भोपाल
गैस पीडितों का जिक्र तक नहीं किया।