2010-11-08 16:55:04

संत पापा का विदाई संदेश


संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने स्पेन की दो दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के समापन पर रविवार 7 नवम्बर की संध्या पहर में विदाई से पूर्व बारसिलोना हवाई अडडे में स्पेन के प्रधानमंत्री होसे लुईस जापातेरो के साथ बातचीत किया। इसके बाद विदाई समारोह में स्पेन के सम्राट हुआन कारलोस ने विदाई भाषण दिया। अपने विदाई संदेश में संत पापा ने सरल शब्दों में स्पेनवासियों को बहत बहुत धन्यवाद कहते हुए उनके आतिथ्य सत्कार के लिए आभार माना जो इस प्रिय भूमि के लोगों की चारित्रिक विशेषता है।

संत पापा ने सांतियागों दि कम्पोस्तेला में तीर्थयात्री के रूप में सम्पन्न स्मरणीय भेंट की याद की जहाँ संत याकूब की समाधि के दर्शन के लिए स्पेन और सम्पूर्ण यूरोप महाद्वीप से लोग तीर्थयात्रा पर आते हैं। वे अपने विश्वास में सुदृढ़ होते हैं, शांति और क्षमा पाते हैं। संत पापा ने कहा कि वे भी तीर्थयात्री के रूप में आये ताकि ईसाई विश्वास को मजबूत कर सकें। यूरोप और स्पेन में इस विश्वास की जड़े गहरी हैं। ख्रीस्त के सुसमाचार से यूरोप एकता के सामान्य बंधन में बंधा था।

संत पापा ने कटालान भाषा में कहा कि बारसिलोना में वास्तुकार अंतोनी गाऊदी की रचना सागरादा फामिलिया गिरजाघर का अभ्यंजन करते हुए उन्हें अपार खुशी हुई. यह स्थान है जहाँ कला और विश्वास का मिलन है। इस उत्कृष्ट रचना और कलीसिया के परोपकारी काम में संलग्न केन्द्र की महत्वपूर्ण भेंट ये दोनों विश्वास के फलप्रद होने के दो संकेत हैं। संत पापा ने यह कामना की कि ईश्वर की सहायता से मैड्रिड में विश्व युवा दिवस के अवसर पर अगले साल फिर मुलाकात होगी। उन्होंने ख्रीस्तीय विश्वास की जड़ों से अंकित और चिह्नित स्पेन के निवासियों को धन्यवाद दे विदा लिया और रोम लौटे।

बारसिलोना हवाई अड्डे परिसर को स्पेन तथा कटालान प्रांत के लाल और पीले झंडों से सजाया गया था। लोगों ने बहुत उत्साह और सम्मान के साथ संत पापा को विदाई दी।








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