संत पापा द्वारा काथलिक सामाजिक शिक्षा का अध्ययन और प्रसार करने का आग्रह
(वाटिकन सिटी 4 नवम्बर जेनिथ) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कलीसिया की सामाजिक शिक्षा
का अध्ययन और प्रचार प्रसार करने के लिए और अधिक केन्द्रों की स्थापना करने की जरूरत
को रेखांकित किया है। उन्होंने न्याय और शांति संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
कार्डिनल पीटर तुर्कसन को प्रेषित संदेश में यह आशय व्यक्त किया है। उक्त परमधर्मपीठीय
समिति की दो दिवसीय पूर्णकालिक सभा का समापन शुक्रवार को हुआ। संत पापा ने कहा कि कलीसिया
की सामाजिक शिक्षा का भूमंडलीकरण करने के लिए यह उचित प्रतीत होता है कि इसके अध्ययन
के केन्द्रों और संस्थानों की संख्या बढाई जाये ताकि यह सम्पूर्ण विश्व में फैले। उनकी
कामना है कि यह परमधर्मपीठीय समिति कलीसियाई समुदाय और इसके सब संस्थानों को सहायता देने
के लिए अपने काम को जारी रखे। यह समिति न केवल कलीसिया की सामाजिक शिक्षा को अद्यतन करने
के लिए लेकिन इसके लागू करने तथा इस पर मनन चिंतन करने के पद्धतियों पर भी काम करती रहे
जैसा कि कारितास इन वेरिताते दस्तावेज में उन्होंने इंगित किया है और जिसके अनुसार येसु
ख्रीस्त और लोगों के मध्य सामुदायिकता में जीवन जीकर हम मुक्ति के सत्य द्वारा पाये
जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेरितिक उदबोधन कारितास इन वेरिताते और सामाजिक शिक्षा का
संग्रह का प्रसार करने में यह स्वाभाविक है कि न्याय और शांति संबंधी परमधर्मपीठीय समिति
अन्यों का सहयोग लेते हुए सामाजिक शिक्षा के तत्वों की नवीनता और विशेषता पर शोध कर इनका
प्रसार करे। इसका प्रसार न केवल ईसाईयों के पारम्परिक प्रशिक्षण में हर स्तर पर हो लेकिन
विश्वविद्यालयों तथा आर्थिक और सामाजिक चिंतन के असंख्य केन्द्रों में भी हो जो वर्तमान
समय में विश्व के हर कोने में स्थापित हुए हैं।