2010-11-01 15:18:37

देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश


श्रोताओ, रविवार 31 अक्तूबर को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा-

अतिप्रिय भाईयो और बहनो,

सुसमाचार लेखक संत लूकस येसु की उदारता पर विशेष ध्यान देते हैं। उनके वृत्तांत में वस्तुतः हम कुछ विशेष प्रसंगों को पाते हैं जो ईश्वर और येसु, जिन्होंने कहा कि मैं धर्मियों को नहीं पापियों को पश्चाताप के लिए बुलाने आया हूँ, के करूणामय प्रेम को उजागर करते हैं। संत लूकस के विशेष वृत्तांतो में से एक जकेयुस के मन परिवर्तन का प्रसंग है जिसे इस रविवार की पूजनधर्मविधि के समय पढ़ा गया। जकेयुस यर्दन नदी के तट पर स्थित प्रमुख शहर येरीखो का एक प्रमुख और धनी नाकेदार था। नाकेदार यहूदियों से चुँगी जमाकर रोमी सम्राट को अदा करते थे और इसी कारण से वे जनता द्वारा पापी समझे जाते थे। इससे अधिक वे अपने पद के कारण लोगों से अधिक धन ऐंठ कर लाभ उठाते थे। इसी कारण से जकेयुस बहुत धनी था लेकिन उसके सह नागरिक उसका तिरस्कार करते थे। इसलिए जब ईसा जब येरिखो से होकर जा रहे थे और जकेयुस के घर में रूके तो एक बड़ी अपर्कीति वाली घटना घटी। तथापि प्रभु जानते थे कि वे क्या कर रहे थे। कहने का तात्पर्य वे चाहते थे कि दाँव पर लगायें और जीत जायें। येसु से भेंट होने पर जकेयुस गहन रूप से प्रभावित हो गया और अपने जीवन को बदलने का निर्णय लेता है। वह दृढ़तापूर्वक कहता है कि जिन लोगों के साथ मैंने बेईमानी की है उन्हें उसका चौगुणा लौटा दूँगा। येसु कहते हैं- आज इस घर में मुक्ति का आगमन हुआ है, जो खो गया था मानव पुत्र उसी को खोजने और बचाने आया है।

ईश्वर, किसी भी व्यक्ति को, धनी हो या निर्धन उसे अलग-थलग नहीं करते हैं। ईश्वर स्वयं को मानवीय पूर्वाग्रहों से बंधे नहीं होने देते हैं लेकिन हर व्यक्ति में एक आत्मा को देखते हैं जिसे बचा सकें । वे मुख्य रूप से उनकी ओर आकर्षित होते हैं जिन्हें खो गया मान लिया गया है या जो सोचते हैं कि वे भटक गये हैं। येसु ख्रीस्त, ईश्वर का देहधारण, ने इसे महान उदारता में दिखाया है जो पाप की गंभीरता से कुछ हटाते नहीं लेकिन हमेशा पापी को बचाने का लक्ष्य रखते हैं, मुक्ति पाने, नयी शुरूआत करने, मन परिवर्तन करने की संभावना अर्पित करते हैं। सुसमाचार के अन्य उद्धरण में येसु कहते हैं कि एक धनी व्यक्ति के लिए स्वर्ग राज्य में प्रवेश करना बहुत कठिन होगा। जकेयुस के मामले में हम देखते हैं कि जो असंभव प्रतीत होता है वह संभव हो जाता है। संत जेरोम टिप्पणी करते हैं –उसने अपनी सम्पत्ति दे दी और तुरंत इसे स्वर्ग राज्य के धन में बदल लिया। तुरीन के मक्सीमुस कहते हैं- मूर्खों के लिए सम्पत्ति बेईमानी को बढ़ावा देती है लेकिन बुद्धिमानों के लिए यह सदगुणों को बढ़ाने के लिए मदद है। यह बुद्धिमानों के लिए मुक्ति पाने का अवसर देती है जबकि मूर्खों के लिए अवरोधक और विनाशक है।

प्रिय मित्रो, जकेयुस ने येसु का स्वागत किया और मन परिवर्तन हो गया क्योंकि सबसे पहले येसु ने उसका स्वागत किया। येसु ने उसकी निन्दा नहीं कि लेकिन उसने मुक्ति पाने की इच्छा को पा लिया। हम कुँवारी माता मरिया के पास प्रार्थना करें जो येसु के साथ पूर्ण एकता का आदर्श नमूना हैं ताकि हम उनके प्रेम में नवीकृत हो जायें और उनकी दया को अन्यों के लिए प्रदर्शित करें।

इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।








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