महागिरजाघर के जीर्णोद्धार में हिन्दु, मुसलिम जारोस्ट्रियन सम्प्रदाय का योगदान
पुणे, 30 अक्तूबर, 2010 (उकान) पुणे में अवस्थित 160 वर्ष पुराने महागिरजाघर के जीर्णोद्धार
के लिये हिन्दु, मुसलिम और जारोस्ट्रियन समुदाय के लोगों ने आर्थिक मदद दी। उक्त
की जानकारी देते हुए संत पात्रिक महागिरजाघर के रेक्टर सह पल्ली पुरोहित मालकोल्म सेक्विरा
ने बताया कि एक हिन्दु व्यवसायी ने 8 लाख रुपये दिये थे। फादर ने बताया कि व्यवसायियों
के आग्रह पर फादर ने रुपये योगदान करने वालों के नाम गुप्त रखे हैं। फादर माल्कोल्म
सेक्विरा ने बताया कि विभिन्न सम्प्रदाय के दानकर्त्ताओं ने 24 अक्तूबर को हुए यूखरिस्तीय
समारोह में हिस्सा लिया और इसी समारोह के साथ संत पात्रिक महागिरजाघर को आम लोगों के
लिये पुनः खोल दिया गया है। महागिरजाघर के लिये दान देनवालों ने बताया कि उनका दान
ईश्वर को धन्यवाद देने का एक चिह्न मात्र है क्योंकि ईश्वर ने उनके परिवारों के लिये
इच्छित कृपायें प्रदान की हैं। एक हिन्दु व्यवसायी जिसने करीब दो लाख की राशि दान
की उससे 18 शीशे के पैनल खरीदे गये जिसमें येसु के जीवन को दर्शाया गया है। इसी राशि
से पाँच खिड़कियों और वेदी को सिंगारा जा सका। फादर सेक्विरा ने बताया कि महागिरजाघर
के जीर्णोद्धार में 12 लाख रुपये खर्च हुए। फादर ने बताया कि एक पूरी पल्ली के लोगों
ने एक साल तक इस विशेष मतलब से प्रार्थनायें चढ़ायीं थी कि गिरजाघर के मरम्मत का कार्य
पूरा करने में ईश्वर उनकी मदद करे।