संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात के लिए ब्राजील के उत्तर पूर्वी
प्रांतों से आये धर्माध्यक्षों को गुरूवार को सम्बोधित करते हुए कहा कि धर्माध्यक्षों
को अपने विश्वासियों को मार्गदर्शन प्रदान करना चाहिए कि वे गर्भपात और सुखमृत्यु को
वैधानिक बनाये जाने के प्रयासों के विरोध में अपना वोट दें। उन्होंने कहा कि जीवन की
रक्षा करने के लिए हमें विरोध या अलोकप्रियता का सामना करने से भयभीत नहीं होना चाहिए।
किसी भी प्रकार के समझौते या भ्रम से इंकार करना चाहिए जो हमें दुनियावी तरीके के सोच
विचार का समर्थक बनाये।
ब्राजील में 31 अक्तूबर को होनेवाले राष्ट्रपति चुनाव
का संत पापा ने जिक्र नहीं किया लेकिन कहा कि वे धर्माध्यक्षों के साथ विचार विमर्श करना
चाहते थे ताकि विश्वासियों को सूचना देने और नैतिक मार्गदर्शन प्रदान करने के अपने उत्तरदायित्व
के प्रति जागरूक रह यह सुनिश्चित करें कि लोगों के राजनैतिक फैसले मानवता के यथार्थ हित
में योगदान देते हैं।
संत पापा ने ब्राजील के धर्माध्यक्षों से कहा कि राजनीति
में प्रत्यक्ष भागीदारी लोकधर्मियों का उत्तरदायित्व है तथापि जब व्यक्ति के मूल अधिकारों
या आत्माओं की मुक्ति यह चाहती है तब मेषपालों का गंभीर कर्तव्य है कि राजनैतिक मुददों
पर भी नैतिक फैसले लें।