काथलिक ओरथोडोक्स फोरम ने धार्मिक और शैक्षणिक स्वतंत्रता के प्रति सम्मान पर जोर दिया
यूरोपीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों की समिति तथा कुस्तुंतुनिया के ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक
प्राधिधर्मपीठ द्वारा आयोजित द्वितीय काथलिक ओरथोडोक्स फोरम की बैठक यूनान के रोडस में
18 से 22 अक्तूबर तक सम्पन्न हुई। प्रतिभागियों ने कलीसिया और राज्य का संबंध- ऐतिहासिक
और ईशशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य शीर्षक पर विचार विमर्श किया। यह फोरम ईशशास्त्रीय वार्तालाप
का मंच नहीं है लेकिन काथलिक और पूर्वी आर्थोडोक्स चर्च में विद्यमान सामान्य नैतिक और
सामाजिक सिद्धान्तों को रेखांकित करना चाहता है। प्रतिभागियों ने सम्पूर्ण यूरोप
में शैक्षणिक और धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति सम्मान को बढ़ाये जाने का आह्वान किया।
बैठक के उपरांत जारी अंतिम वक्तव्य में कहा गया कि समाज के भविष्य से जुड़ी नैतिक और
नैतिकता संबंधी बहसों में हमारी कलीसियायें और अधिक सक्रिय रूप से सहभागी होना चाहती
हैं। यूरोप में हमारे देश ईसाई जड़ो का अनादर नहीं कर सकते हैं क्योंकि ये नैतिक दावे
भूमंडलीकृत विश्व में हमारे भविष्य की कुँजी हैं।