मदर तेरेसा के नाम पर समाज कल्याण कार्यों में संलग्न विभिन्न धर्मों के लोगों को पुरस्कृत
करने के लिये काथलिक ग़ैरसरकारी संस्था "द क्रिस्टियन डिवेलपमेन्ट सोसाईटी", सी.डी.एस.,
की प्रशंसा की जा रही है।
सी.डी.एस. ने समाज कल्याण कार्यों के लिये, स्व.
मदर तेरेसा को समर्पित सन् 2010 का "मदर तेरेसा" पुरस्कार चार हिन्दू धर्मानुयायियों,
एक इस्लाम धर्मानुयायी तथा दो काथलिक धर्मानुयायियों को, भारत में एकात्मता एवं साम्प्रदायिक
मैत्री को प्रोत्साहित करने के लिये, प्रदान किया है।
24 अक्तूबर को, पुणे शहर
में पुरस्कार समारोह के अवसर पर महाराष्ट्र राज्य के पूर्व सार्वजनिक कार्यों सम्बन्धी
मंत्री चन्द्रकान्त शिवरकर ने कहा कि काथलिक संस्था द्वारा हिन्दुओं एवं मुसलमानों को
पुरस्कृत किया जाना वास्तव में प्रेरणाजनक है।
उन्होंने कहा, "संस्था सबके लिये
प्रकाशमान आदर्श है क्योंकि वह साम्प्रदायिक मैत्री एवं अन्तरधार्मिक सम्वाद को अधिकाधिक
बढ़ावा देने में लगी रही है।" विभिन्न धर्मों के बीच सम्वाद को प्रोत्साहित कर शांति
स्थापना, शिक्षा, सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उन्होंने भारत के काथलिकों
के योगदान की भी सराहना की।
पुणे के धर्माध्यक्ष थॉमस डाबरे ने भी सी.डी.एस.
के अन्तरधार्मिक प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि भारत के अन्य क्षेत्रों
में धर्म के नाम पर विभाजन उत्पन्न किये जा रहे हैं जबकि पुणे में सी.डी.एस. धर्मों के
बीच दरारों को बन्द करने का काम कर रहा है।
सी.डी.एस. द्वारा 13 वर्षों पूर्व
मदर तेरेसा पुरस्कार की स्थापना की गई थी।