काथलिक कलीसिया अक्तूबर माह के अंतिम दूसरे रविवार को विश्व मिशन दिवस या मिशन संडे के
रूप में मनाती है। इस वर्ष यह दिवस 24 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। 84 वें विश्व मिशन
रविवार का शीर्ष वाक्य है- बिल्डिंग इक्लेसियल कमयूनियन इस द की टू द मिशन अर्थात् कलीसियाई
सामुदायिकता का निर्माण करना मिशन की कुँजी है। विश्व मिशन रविवार दिवस कलीसिया के जीवन
में महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह विश्वासी को स्मरण कराती है कि वह कौन है तथा इस दुनिया
में उसे क्या करना है। यह मिशन येसु से आता है जिसे उन्होंने अपने शिष्यों को दिया था
कि जाओ और सारी सृष्टि को सुसमाचार सुनाओ। इस दिवस के लिए अपने संदेश में संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने कहा है कि ईश्वर के प्रेम के साथ हमारा साक्षात्कार ही हमारे अस्तित्व में
पूर्ण परिवर्तन लाता है। हम उनके साथ जी सकते हैं और अपने तथा अपने भाई बहनों के बीच
हमारी आशा को कारण देनेवाले सत्य का निष्ठावान साक्ष्य अर्पित करते हैं। उन्होंने
कहा कि अक्तूबर का महीना विश्व मिशन रविवार दिवस मनाने का अवसर देते हुए धर्मप्रांतीय
और पल्ली समुदायों, समर्पित जीवन जीने वाले संस्थानों, कलीसियाई अभियानों तथा सम्पूर्ण
ईश प्रजा को सुसमाचार प्रचार करने तथा मेषपालीय गतिविधियों को महान मिशनरी संदर्भ के
अंतर्गत संचालित करने के लिए अपने समर्पण को नवीकृत करने का अवसर देता है। बहुजातीय और
बहुधार्मिक समाज में जहाँ धार्मिक उदासीनता तथा अकेलापन बढ़ रहा है वहाँ ईसाईयों को आशा
का संकेत अर्पित करने तथा विश्व बंधुत्व की भावना में बढ़ने और इसका प्रसार करने के
लिए सीखना चाहिए ताकि दुनिया सब लोगों के लिए घर बन सके। विश्व मिशन रविवार दिवस
के दिन विश्वास भर के काथलिक धर्मानुयायी कलीसिया की मिशनरी गतिविधियों से अपने को संयुक्त
कर प्रार्थना अर्पित करते और आत्मत्याग करते हैं। वे सुसमाचार प्रचार के लिए आर्थिक योगदान
भी देते हैं।