उच्चस्तरीय अंतरधार्मिक वार्ता का संदेश आम लोगों तक पहुँचे
वाटिकन सिटी, 16 अक्तूबर, 2010 (ज़ेनित) मिश्र के लुकसोर के कोपटिक धर्माध्यक्ष योआन्नेस
जकारिया ने कहा है कि अब वह समय आ गया है जब एक ओर नेताओं के बीच अंतरधार्मिक वार्ता
जारी रखते हुए इसे आम लोगों के पास ले जाना चाहिये जो साधारणतः ‘अच्छे और शांतिप्रिय’
हैं। धर्माध्यक्ष ने उक्त बातें उस समय की जब उन्होंने ज़ेनित समाचार को अपना साक्षात्कार
दिया। कोमपटिक धर्माध्यक्ष योआन्नेस जकारिया रोम में आयोजित मध्यपूर्वी कलीसिया के धर्माध्यक्षों
की विशेष सभा में भाग ले रहे हैं जो 24 अक्तूबर तक जारी रहेगा। धर्माध्यक्ष ने कहा
कि धर्माध्यक्षों की विशेष सभा के निर्णयों और निर्देशों को आम लोगों को बताया जाना चाहिये
ताकि वे अपने जीवन में इसे लागू कर सकें। उनका मानना है कि आम व्यक्ति विशेष सभा का
लाभ तब ही मिलेगा जब वे सभा की बातों को अपने आम जीवन में अमल कर पायेंगे। कोपटिक
धर्माध्यक्ष ने बताया कि मध्यपूर्वी राज्यों के ईसाइयों की दशा चुनौतिपूर्ण हो गयी है
और उन्हें अपने ईसाई विश्वास जीने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मध्यपूर्वी
राज्यों की स्थिति के बारे में बोलते हुए धर्माध्यक्ष ने बताया कि ईसाइयों को धर्मसतावट
का सामना नहीं करना पड़ता है पर यहाँ ईसाइयों का जीवन पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं हैं,
उनके लिये कई प्रतिबंध हैं। लुक्सोर के धर्माध्यक्ष ने बल देकर यह कहा कि आज ज़रूरत
है उच्चस्तरीय निर्णयों को आम ईसाई और मुसलिम के बीच लाने की ताकि अंतरधार्मिक वार्ता
का सही फल प्राप्त हो सके।