मध्य पूर्व के धर्माध्यक्षों की विशेष धर्मसभा को 13 अक्तूबर को सम्बोधित करते हुए यहूदी
प्रतिनिधि रब्बी डेविड रोशेन ने कहा कि मध्य पूर्व में होनेवाले राजनैतिक संघर्ष ईसाई
और यहूदियों के मध्य संबंध की प्रगति को बाधित नहीं करें। अमरीकन यहूदी समिति के रब्बी
डेविड रोशेन ने कहा कि हाल के दशकों में काथलिकों और यहूदियों के मध्य संवाद में हुई
प्रगति को हमारे समय में पूर्ण परिवर्तन के रूप में स्वीकार किया जाये। उन्होंने ईसाईयों
से आग्रह किया कि राजनैतिक तनावों के बावजूद भी संवाद को जारी रखा जाये। धर्समभा में
अन्य वक्ताओं द्वारा इस्राएली नीतियों की आलोचना किये जाने के विपरीत इन नीतियों की दृढ़तापूर्वक
रक्षा करते हुए रब्बी डेविड रोशेन ने कहा कि क्षेत्र के अन्य प्रांतो से ईसाईयों का पलायन
हुआ है लेकिन पूर्वी यूरोप तथा तीसरी दुनिया से आये हुए प्रवासियों की संख्या सहित इस्राएल
में ईसाई आबादी आश्चर्यजनक रूप से बढ़ी है। रब्बी रोशेन ने स्वीकार किया कि फिलीस्तीनी
क्षेत्र में रहनेवाले ईसाईयों को बहुधा सुरक्षा उपायों के कारण कठिनाईयों का सामना करना
पड़ता है लेकिन सतत हिंसा से अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर इस्राएल देश अपने कर्तव्य
को पूरा करता है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपायों के बारे में की जानेवाली शिकायतों को
समझा जा सकता है तथापि वे इन शिकायतों पर खेद व्यक्त करते हैं जो बहुधा इस्राएलियों के
खिलाफ नफरत या आक्रोश को व्यक्त करने के लिए प्रयोग में लाये जाते हैं।