कनटेरबरी के महाधर्माध्यक्ष रोवान विलियम्स भारत दौरा पर
कोलकाता, 11 अक्तुबर, 2010 (उकान ) कनटेरबरी के महाधर्माध्यक्ष रोवान विलियम्स ने 9
अक्तुबर शनिवार को अपने अपने भारत दौरा की शुरुआत धन्य मदर तेरेसा की कोलकाता स्थित समाधि
से की। इंगलैंड की अंगलिकन कलीसिया के शीर्ष कोलकाता में मिशनरीस ऑफ चरिटी सिस्टरों
की मदर जेनरल से मुलाक़ात की। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वे कोलकाता
आकर और धन्य मदर तेरेसा की समाधि पर धन्य मदर तेरेसा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें।
उन्होंने धर्मप्रांत द्वारा संचालित संत जोन डायोसिसन हाई स्कूल की छात्राओं से भी
मुलाक़ात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए अयोधया मुद्दे पर भी विशेष रुचि दिखायीं।
इंगलैंड के हाउस ऑफ लॉर्डस के सदस्य महाधर्माध्यक्ष विलियम्स ने बताया कि उन्होंने
हाल में इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा दिये गये फ़ैसले की प्रक्रिया का बारीकी से अध्ययन
किया। उन्होंने कहा उन्हें प्रसन्नता है कि लोगों ने कोर्ट के फैसले पर संयम और
शांति का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या की कहानी जटिल थी पर बिना हिंसा के
इसका समाधान खोजा जा सका इसका उन्हें बहुत संतोष है। अपनी यात्रा के लक्ष्य के बारे
में बताते हुए उन्होंने कहा कि चर्च ऑफ नोर्थ इंडिया के भारत में चालीस साल पूरा होने
की अवसर पर वे ‘मिशन ऑफ गुडविल’ के तहत् भारत आये हैं। भारत में सीएनआई कलीसिया अंगलिकन
कलीसिया के अंग हैं। मिशनरीस ऑफ चारिटी द्वारा संचालित शिशु भवन में उन्होंने ‘येसु
के अंतिम व्यारी’ की एक तस्वीर भेंट कीं। उन्होंने कहा कि " कोलकाता को ‘सिटी ऑफ
जोय’ या ‘आनन्द शहर’ कहते हैं और सच में मैंने इसे ऐसा ही पाया। यहाँ प्रेम और आनन्द
का अनुपम मिश्रण है। "