2010-10-08 16:49:26

संयुक्त राष्ट्र संघ निर्धनतम लोगों की सहायता के लिए और अधिक काम करे


(यूनाइटेड नेशन्स सीएनएस) संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष फ्रांसिस चुल्लीकाट ने 5 अकटूबर को कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ पर विश्व के निर्धनतम लोगों की सहायता के लिए और अधिक काम करने का दायित्व है। उन्होंने कहा कि वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट ने सुधार होने का कुछ चिह्न दिखा है तथापि समाज में अनेक निर्धनतम लोग आर्थिक सुधार के लाभ पाने से बाहर रहे हैं तथा इस वर्ष के समापन तक 64 मिलियन अतिरिक्त लोग घोर निर्धन हो जायेंगे। यह चुनौती अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने यथार्थ मानवीय कार्यक्रमों तथा वित्तीय व्यवस्था पर ध्यान केन्दित करने की जरूरत को प्रस्तुत करती है जिसमें मानव को केन्द्र में रखा जाये न कि वित्तीय पद्धति की सेवा में मानव को रखा जाये। जुलाई माह में संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकाट ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सामान्य सभा के सत्र को सम्बोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ के काम पर एक रिपौर्ट पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने विश्व भर में होनेवाले सैन्य खर्चों पर ध्यान केन्दित करते हुए कहा कि सन 2007 में लगभग 1.3 त्रिलियन डालर हथिय़ारों और सैन्य गतिविधियों में व्यय किये गये जो गहन चिंता की बात है क्योंकि 1.4 अरब से अधिक लोग प्रतिदिन 1.25 डालर से कम पर जीवन यापन करते हैं। सैन्य कार्यक्रमों पर खर्च की जाने के लिए फंड पाने के अंतहीन क्षमता यह रेखांकित करती है कि व्यक्तिगत और सरकारी नेता अपनी प्राथमिकताओं और वित्तीय जिम्मेदारियों के प्रति अपना ध्यान को फिर से संकेन्द्रित करें। महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकाट ने कहा कि विश्व के निर्धनों के सामने प्रस्तुत शिक्षा, पेय जल तथा शौचालय सुविधा की कमी जैसे मुद्दों का समाधान नहीं हो सका है जबकि यह सब सुविधाएं उपलब्ध कराने की क्षमता है।







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