काथलिक प्रेस के वैश्विक सम्मेलन के प्रतिभागियों के लिए संत पापा का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने गुरूवार को काथलिक प्रेस के वैश्विक सम्मेलन के प्रतिभागियों
को सम्बोधित करते हुए कहा कि काथलिक प्रेस का काम लोगों को ख्रीस्त की ओर उन्मुख होने
के लिए मदद करना तथा आशा की ज्योति को इस संसार में बनाये रखना है ताकि सब लोग सम्मानपूर्वक
जीवन यापन कर सकें। उन्होंने मीडिया जगत में नई तकनीकियों और मल्टीमीडिया साधनों के कारण
आये गहन परिवर्तन को रेखांकित करते हुए सम्प्रेषणकर्मियों को नवीकृत उत्साह के साथ पेशेवर
तरीके से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करने के लिए प्रोत्साहन दिया। संत पापा ने कहा
कि एक ओर प्रिंट मीडिया की सार्थकता और महत्व है तो दूसरी ओर भूमंडलीकरण के दौर में सम्प्रेषण
के नये तरीकों में डिजिटल माध्यम, सैटेलाइट, डिश, एन्टेना की संख्या बढ़ती जा रही है।
संत पापा ने कहा कि काथलिक सम्प्रेषमकर्मी सत्य की खोज में लगे रहें और पेशेवर क्षमता
से युक्त हों ताकि गहन परिवर्तन के लिए लोगों तक सूचनाओं और जानकारियों को पहुँचा सकें।
परोक्ष (वर्चुअल) दुनिया होने के कारण सत्य के प्रति उदासीन होने का भी खतरा रहता है।
वस्तुतः नई तकनीकियों के कारण सत्य और असत्य कि अन्तर्बदल हो सकता है तथा सच और परोक्ष(वर्चुअल)
के मध्य भ्रम उत्पन्न कर सकते हैं।
संत पापा ने सम्प्रेणकर्मियों को प्रोत्साहन
दिया कि वे मूल्यों की प्राथमिकता के क्रम में ईश्वर को सबसे पहला स्थान दें । काथलिक
प्रेस के कर्मियों का काम आधुनिक मानव को मुक्तिदाता ईश्वर की ओर उन्मुख करना है। इसलिए
ख्रीस्त के लिए अपने निजी चयन का हमेशा नवीनीकरण करते रहे, आध्यात्मिक संसाधनों से शक्ति
प्राप्त करें जो मूल्यवान और अपरिहार्य है लेकिन जिसे बहुधा दुनियावी मानसिकता कम कर
आंकती है। सोमवार को रोम में आरम्भ हुए तथा गुरूवार को समाप्त हुए काथलिक प्रेस के
वैश्विक सम्मेलन में विश्व के 85 देशों से लगभग 230 काथलिक प्रेस एवं मीडिया कर्त्ताओं
ने भाग लिया जिनमें धर्माध्यक्ष, पुरोहित तथा सम्प्रेषण माध्यम केन्द्रों के निर्देशक
एवं प्राध्यापक शामिल थे।