रोमः वाटिकन प्रवक्ता ने प्राणदण्ड पर कलीसिया की अवस्थिति को स्पष्ट किया
वाटिकन प्रेस कार्यालय के निर्देशक फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा है कि वे प्राणदण्ड
के विरुद्ध हैं तथा चाहते हैं कि विश्व से प्राणदण्ड की सज़ा का पूर्णतः उन्मूलन हो जाये।
वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक रूपक "ओक्तावा दियेज़" पर हाल में प्राणदण्ड पर
कलीसिया की अवस्थिति को स्पष्ट करते हुए फादर लोमबारदी ने उक्त चिन्तन प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि वे , "चीन में, या ईरान में या फिर अमरीका, या इण्डिया या फिर
इन्डोनेशिया या साऊदी अरब में – विश्व के किसी भी स्थल पर प्राणदण्ड नहीं चाहते।"
उन्होंने
कहा, मैं न तो पत्थर प्रहार से, या गोली मारकर या फिर सिर को धड़ से अलग कर, या फाँसी
द्वारा अथवा इलेक्ट्रिक शॉक या फिर ज़हरीली सुईं द्वारा यानि किसी भी प्रकार से प्राणदण्ड
नहीं चाहता हूँ। मैं प्राणदण्ड नहीं चाहता, चाहे वह कष्टकर हो या नहीं। चाहे सार्वजनिक
हो या गुप्त किसी भी तरह के प्राण्दण्ड का मैं विरोध करता हूँ।"
फादर लोमबारदी
ने कहा कि किसी को भी प्राणदण्ड देना उचित नहीं है चाहे वह पुरुष हो या स्त्री, विकलांग
हो या स्वस्थ। नागरिक हो या सैनिक, शांति की स्थिति हो या फिर युद्ध की, किसी भी भी हालत
में, प्राणदण्ड उचित नहीं है।
फादर लोमबारदी ने कहा, "मैं हत्यारों, अपराधी जगत
के लोगों, देशद्रोहियों अथवा तानाशाहों किसी के लिये भी प्राणदण्ड को उचित नहीं मानता।
प्रतिशोध के कारण अथवा बन्दियों के खर्चे के कारण या आरोपित दया के कारण भी प्राणदण्ड
को उचित नहीं माना जा सकता क्योंकि मेरा विश्वास महत्तर न्याय में है। यही रास्ता सबके
पक्ष में, यही रास्ता मानव प्रतिष्ठा एवं मानव जीवन के पक्ष में है जिसके मालिक हम नहीं
हैं।"
प्राणदण्ड पर काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा को उद्धृत कर फादर लोमबारदी
ने कहा कि वे मामले जिनमें मानव जीवन को बचाने या सार्वजनिक व्यवस्था को बरकरार रखने
के लिये प्राणदण्ड देना अपरिहार्य होता है, व्यवहारिक तौर पर, नहीं के बराबर हैं।
उन्होंने
कहा, "हम भी इन प्रकरणों को नहीं के बराबर बनायें, यही बेहतर होगा।"